क्या सच में वोट डालने आयेगी आत्माएं, मौत होने के सालों बाद भी मृतकों का नाम वोटर लिस्ट में शामिल

कानपुर में ऐसे लोगों की भी मतदाता पर्ची घर पहुंच रही हैं जिनकी कई साल पहले मौत हो चुकी हैं। घर पहुंच रही मतदाता पर्ची को देखकर खुद घर वाले भी हैरान हैं। बता दें कि निर्वाचन आयोग हर बार चुनाव में बीएलओ के माध्यम से मतदान करने के लिए मतदाता पर्ची घर-घर पहुंचाता है।
सत्यापन पर उठे सवाल
कानपुर विधानसभा की 10 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है। बीएलओ मृतकों की भी मतदाता पर्ची लेकर घर पहुंच रहे हैं। मौत होने के बाद भी मृतकों का नाम वोटर लिस्ट में चढ़ा हु़आ है। इससे सत्यापन कार्य पर सवाल उठ रहे हैं। मृतकों के परिजन ये भी कह रहे हैं कि जिंदा लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हो जाते हैं और मृतकों को वोट देने का मौका दिया जा रहा है।
इनके घर पहुंची वोटर पर्ची
आर्यनगर सीट से रोहित, रूपमणि खन्ना और उनके बेटे संजय की मौत हो चुकी है। हैरानी की बात है कि इन सभी का नाम वोटर लिस्ट में अब भी चढ़ा हुआ है। ऐसे दर्जनों लोगों के नाम वोटर लिस्ट मृतकों के परिजनों घर पहुंच रही है। मामले में आर्य नगर क्षेत्र के बीएलओ सतीश ने बताया कि उनकी गलती नहीं है, उन्होंने निर्वाचन कार्यालय में इस संबंध में सूचना दी थी। मामले में उपजिला निर्वाचन अधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि साल में 2 बार वोटर लिस्ट संसोधित होती है। मामले को दिखवाया जाएगा।

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