जदयू में गुटबाजी परवान पर, ललन सिंह और आरसीपी सिंह हैं आमने-सामने

जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व की नजर में आरसीपी सिंह हैं बीजेपी के एजेंट

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ बिहार 

संवाददाता मुकेश कुमार सिंह

पटना (बिहार): एक तरफ जहाँ बिहार के सीएम शराबबन्दी को सफल बनाने के लिए सरकारी खजाने को लुटाने में लगे हैं, वहीँ दूसरी तरफ जेडीयू के भीतर की गुटबाजी अब खुल कर सामने आ गयी है। गौरतलब है कि जेडीयू में दो बड़े नेताओं के बीच टकराव, अब आर-पार की लड़ाई का शक्ल अख्तियार करता जा रहा है। जानकारी के मुताबिक जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री आरसीपी सिंह ने 1 मार्च से पूरे बिहार में पार्टी हित में सदस्यता अभियान चलाने का ऐलान किया था। उन्होंने जेडीयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को साल भर तक गाँव-गाँव घूम कर संगठन मजबूती के लिए काम करने का टास्क दिया था। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आरसीपी सिंह के इस मिशन की पूरी तरह से हवा निकाल दी थी।

ललन सिंह ने यह कहा था कि इस तरह के अभियान के बारे में पार्टी नेतृत्व को कोई जानकारी नहीं है। सीएम नीतीश कुमार ने भी इस मसले पर कहा था कि सदस्यता अभियान या फिर पार्टी की कोई भी गतिविधि राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति से ही होगी। इधऱ खबर मिल रही है कि आरसीपी सिंह के प्रदेश स्तरीय कुछ खास नेता, जिलों के नेताओं को फोन कर इस अभियान से जुड़ने का दबाव बना रहे थे।

इसके बाद ललन सिंह के आदेश पर, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने अपने नेताओं के लिए पत्र जारी कर, सावधान रहने को कहा है।
जेडीयू को बिहार के जिला और प्रखंड इकाई में गुटबाजी का डर सता रहा है। इसके लिए जेडीयू ने अपने जिला और प्रखंड नेताओं के लिए एक नोटिस जारी किया है। इसमें बताया गया है कि जिला और प्रखंड जदयू इकाईयों को अज्ञत व्यक्तियों द्वारा दुरभाष और सोशल मीडिया के जरिये निर्देश दिया जा रहा है, जिससे भ्रम की स्थित पैदा हो रही है।

लेकिन खास बात यह है कि जदयू के अंदर कौन भ्रम फैला रहा है, इसकी जानकारी जदयू नेतृत्व ने नहीं दिया है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय ने सभी जिले और प्रखंड नेताओं को सूचित किया है कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के द्वारा किसी प्रकार की सूचना और निर्देश को नजरअंदाज करें। जदूय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि ऐसी सूचना देने वाले व्यक्ति, दल के अंदर गुटबाजी को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जबकि दल में गुटबाजी के लिए कोई जगह नहीं है। यह पार्टी के संविधान और कार्यशैली के बिल्कुल विपरीत है। दल में केवल एक सर्वमान्य नेता हैं।

पार्टी ने जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को सूचित करने के लिए अधिकृत नेताओं का नाम जारी किया है। इसमें जदयू के राष्ट्रीय सचिव रवींद्र प्रसाद सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन कुमार आर्य, प्रदेश महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रदेश सचिव मनीष कुमार, प्रदेश सचिव वासुदेव कुशवाहा, कार्यपालय सचिव संजय कुमार सिन्हा, रविनेश कुमार बबलू और अशोक कुमार शामिल हैं। इन नेताओं के द्वारा ही कोई निर्देश जारी होने पर मान्य होगा। कुल मिला कर ललन सिंह ने आरसीपी सिंह को, पार्टी के भीतर बेहद बौना करने की कोशिश की है। जेडीयू के शीर्ष नेताओं को यह शक है कि आरसीपी सिंह भाजपा का एजेंट बन कर काम कर रहे हैं।

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