तमसा में दूषित पानी से दूसरे दिन भी मरीं मछलियां, चीनी मिल पर कार्रवाई से किनारा कस रहे जिम्मेदार अधिकारी

अंबेडकरनगर अकबरपुर-शहजादपुर के बीच से निकली पौराणिक नदी तमसा में मिझौड़ा स्थित चीनी मिल से भारी मात्रा में जहरीला पानी छोड़े जाने से यह पूरी तरह काली पड़ गई है। चीनी मिल से लेकर अकबरपुर तक मछलियों और अन्य जलीय जीवों की लगातार मौत हो रही है। दूसरे दिन नदी के आसपास क्षेत्रों में काफी दुर्गंध उठने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल रहा। बुधवार को क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह और तहसीलदार जेपी यादव ने मत्स्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में नदी के तट पर पहुंचकर जांच की थी और पानी का नमूना लखनऊ जांच के लिए भेजवाया था। अभी रिपोर्ट आने में वक्त लगेगा।
इस बीच जिला प्रशासन ने मत्स्य विभाग के साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से रिपोर्ट मांगा है।नदियों के संरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट से लेकर एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) तक सरकारों व अधिकारियों को फटकार लगाता रहा है, लेकिन तमसा में चीनी मिल का पानी लगातार आ रहा है। इस पर पाबंदी लगाने में जिला प्रशासन व नगर पालिका पूरी तरह फेल साबित हो रही है। दो दिनों से मछलियां मर रही हैं और नदी का पानी पूरी तरह काला पड़ गया है, फिर भी इस गंभीर मुद्दे पर अभी तक कोई कार्रवाई तय नहीं की गई।
शहजादपुर, तहसील तिराहा के आसपास दुर्गंध फैलने से आमजन के साथ दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मजे की बात यह कि मत्स्य अधिकारी पूजा गौतम ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी ही नहीं है। इस मामले को उपजिलाधिकारी अकबरपुर स्वयं देख रहे हैं।
उप जिलाधिकारी पवन जायसवाल ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मत्स्य पालन विभाग को पत्र भेजा जा रहा है। दोनों विभागों की आख्या पर चीनी मिल के खिलाफ कार्रवाई निर्धारित की जाएगी। चीनी मिल के जनसंपर्क अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि तमसा नदी में चीनी मिल का पानी नहीं छोड़ा गया है। मिल में गंदे पानी को शुद्ध करने का प्लांट लगा है।
रविन्द्र कुमार राजभर राष्ट्रीय जजमेंट संवाददाता अंबेडकरनगर

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