80 वर्षीय चित्रकार पर लगा डिजिटल दुष्कर्म का आरोप, जानिए क्या होता है डिजिटल दुष्कर्म

नोएडा में नाबालिग घरेलू सहायिका के साथ सात साल से डिजिटल दुष्कर्म करने के आरोप में 80 वर्षीय चित्रकार को सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट में कार्रवाई की गई है। सेक्टर-39 थाना प्रभारी राजीव बालियान ने बताया कि मूलरूप से प्रयागराज निवासी चित्रकार मौरिस राइडर की महिला दोस्त के साथ सेक्टर-46 में रहते हैं। उनके साथ 17 वर्षीय घरेलू सहायिका भी रहती है। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि दस साल की उम्र से आरोपी यौन शोषण कर रहा है। आरोपी की वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मुहैया कराई गई है।
जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद बुजुर्ग को पुलिस ने घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ धारा 376, 323, 506 और पोक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस सबूत एकत्र कर रही है और इन्हें एकत्र कर अदालत में पेश करने की तैयारी में लग गई है ताकि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जा सके।
विदेशों में डिजिटल दुष्कर्म शब्द काफी समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। अब देश के कानून में भी इसका इस्तेमाल किया जाने लगा है। अंग्रेजी शब्द कोश में उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली को भी डिजिट से संबोधित किया जाता है यानी निजी अंगों को उंगली से छेड़ने को डिजिटल दुष्कर्म कहते हैं।
शोषण से जुड़ा एक और मामला सामने आया है जिसमें नोएडा निवासी विवाहित युवक पर एक युवती ने धर्म व नाम छिपाकर यौन शोषण का आरोप लगाया है। आरोप है कि युवक ने डरा धमकाकर शादी के लिए तैयार किया और एसडीएम दफ्तर में आवेदन भी कर दिया। एसडीएम के नोटिस देने के बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कार्यकर्ता, अधिवक्ता व अन्य लोग सक्रिय हो गए। उन्होंने मामले में पुलिस को तहरीर देकर युवक पर दुष्कर्म आदि की धारा में केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, रविवार को स्वर्ण नगरी में प्रेसवार्ता कर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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