सात दिन बाद भी नवविवाहिता का पता न चलने पर परिनजों ने उठाया खौफनाख कदम

मुरैना में अगवा की गई नवविवाहिता का सात दिन बाद भी पता नहीं चल पाया। पीड़ित परिवार ने सोमवार को जिला अस्पताल में केंद्रीय मंत्री के सामने हंगामा कर दिया। युवती का पिता समेत परिवार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की गाड़ी के सामने लेट गया। भाजपाइयों ने उन्हें धक्का देकर हटा दिया। केंद्रीय मंत्री से भी सिर्फ आश्वासन ही मिला। केंद्रीय मंत्री तोमर जिला अस्पताल में आयोजित स्वास्थ्य मेले का शुभारंभ करने आए थे।

पोरसा में भानू खटीक पुत्री राजवीर खटीक, निवासी धनेटा गांव की शादी 22 अप्रैल 2022 को बरवाई गांव में हुई थी। शादी के बाद वह वापस मायके धनेटा गांव आई। 10 मई 2022 को वह छोटी बहन वंदना के साथ पोरसा बाजार गई थी। इसी बीच गांव के ही रहने वाले गोलू, शालू व छोटू तोमर कार से टॉकीज के पास आए। उसकी बहन भानू खटीक को जबर्दस्ती गाड़ी में बिठाकर ले गए। जब वंदना ने विरोध किया, तो सिर पर कट्‌टा अड़ा दिया। परिवार वालों ने पोरसा थाने में रिपोर्ट लिखाई।

17 मई तक युवती का पता नहीं चला है। पुलिस ने भी मामले में कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित परिवार को पता चला कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सोमवार को मुरैना के जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में आने वाले हैं। परिवार ने केंद्रीय मंत्री के सामने गुहार लगाने पहुंचे। सुबह करीब 9 बजे परिवार अस्पताल पहुंच गया। तेज धूप में दो घंटे तक बैठे-बैठे पिता बेहोश हो गए। इतने में 11:30 बजे मंत्री की गाड़ी आ गई। इसके बाद भानू का चाचा कमलेश बेहोशी की हालत में बड़े भाई को उठाकर मंत्री की गाड़ी के सामने ले जाने लगे। वहां लिटाया, तो भाजपाई नेता परवेज खान व अन्य ने धक्का देकर हटा दिया।

पुलिस प्रशासन के सामने चला हंगामा

जिस समय यह हंगामा हो रहा था, उस समय पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे, लेकिन किसी ने पीड़ित परिवार की सुध नहीं ली। सभी केंद्रीय मंत्री की अगुआई व स्वागत में लगे रहे। उधर, केंद्रीय मंत्री परिवार से मिले जरूर, लेकिन आश्वासन देकर आगे बढ़ गए।

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