मैनपुरी बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा, मरे हुए 4443 वर्षों वृद्धों को मिलती रही पेन्शन, जाँच शुरू

मैनपुरी : योगी सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन धारकों के सत्यापन के आदेश दिए हैं. जिले में 97 हजार से ज्यादा बुजुर्गो को पेंशन दी जा रही है. बीते दो महीने से सभी के सत्यापन कराए जा रहे हैं. इस प्रक्रिया में पेंशन धारकों की ई-केवाईसी कराई जा रही है. इसके दौरान 4443 ऐसे पेंशन धारक पाए गए हैं जिनकी मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि इनके खातों में काफी समय से धनराशि भेजी जाती रही है. लेकिन अब इन सभी के खातों में राशि स्थानांतरण रोक दिया गया है. वहीं, अंदरखाने में विभागीय फर्जीवाड़े की बात कही जा रही है |
राज्य सरकार ने पेंशन धारकों का सत्यापन कराने के लिए फैसला लिया है. इसके तहत सभी पेंशन धारकों को 30 जून तक ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन ने 25 जून तक सभी पेंशन धारकों की ई-केवाईसी कराने की रणनीति बना रखी है. इसी के तहत समाज कल्याण विभाग निर्देशन में पिछले 2 महीने से घर-घर जाकर सत्यापन किया जा रहा है. बीते दो महीने की आई सत्यापन रिपोर्ट में 4443 ऐसे पेंशन लाभार्थी चिन्हित किए गए हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है. विभाग ने उनके खातों में भेजी जाने वाली पेंशन राशि रोक दी है |
वहीं, जिनके खाते में राशि पहुंच गई है उन्हें राशि निकालने पर रोक लगा दी है. इसके बाद अब जिले में 97 हजार से ज्यादा पेंशन धारकों में से 93952 लाभार्थियों के खातों में पेंशन भेजी जा रही है जिला समाज कल्याण अधिकारी इंद्रा सिंह ने बताया कि जिले में 43957 पेंशन धारकों की ई-केवाईसी हो गई है. मृत पाए गए 4443 ऐसे पेंशन लाभार्थियों को अब तक रकम भेजे जाने और निकाले जाने के मामले में फर्जीवाड़े की आशंका भी व्यक्त की जा रही है. अंदरखाने चर्चा है कि विभागीय मिलीभगत से मृत पाए गए लोगों की पेंशन जारी होती रही है |
सीडीओ बोले- संलिप्तता पाए जाने पर होगी कार्रवाई: मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) विनोद कुमार ने बताया कि जिले में 97 हजार से ज्यादा वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थी हैं. जिनका वार्षिक सत्यापन जारी है. गतमाह में हुए सत्यापन में 4443 लाभार्थी मृत पाए गए हैं. मृतकों के बारे में बैंकों को सूचित कर दिया गय है. फिर भी इनके खातों में अगर कोई धन चला गया हो तो उसकी निकासी रोकने को कहा गया है. य़दि किसी अधिकारी कर्मचारी की संलिप्तता इसमें पाई गई तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी |

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