पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 20 जून 2022

नीरजपाराशर आचारय:

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*** जय श्री राधे ***

?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??

??? *अथ  पंचांगम्* ???

***ll जय श्री राधे ll***

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*दिनाँक:-20/06/2022, सोमवार*

सप्तमी, कृष्ण पक्ष,

आषाढ़

“”””””””””””””””””””””””””””””“””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———- सप्तमी 21:00:44          तक

पक्ष————————- कृष्ण

नक्षत्र—- पूर्वाभाद्रपदा 28:34:04

योग————– प्रीति 08:26:20

करण——- विष्टि भद्र 09:33:33

करण————– बव 21:00:44

वार———————– सोमवार

माह———————–  आषाढ

चन्द्र राशि——– कुम्भ 22:34:14

चन्द्र राशि——————–  मीन

सूर्य राशि——————   मिथुन

रितु————————- ग्रीष्म

आयन—————— उत्तरायण

संवत्सर———————– नल

संवत्सर (उत्तर)—————– राक्षस

विक्रम संवत—————- 2079

विक्रम संवत (कर्तक)——— 2078

शक संवत—————— 1944

वृन्दावन

सूर्योदय————— 05:25:31

सूर्यास्त—————- 19:16:04

दिन काल————- 13:50:32

रात्री काल————- 10:09:39

चंद्रास्त—————- 11:29:19

चंद्रोदय—————- 24:24:59

लग्न—-  मिथुन 4°31′ , 64°31′

सूर्य नक्षत्र——————मृगशिरा

चन्द्र नक्षत्र————- पूर्वाभाद्रपदा

नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*???  पद, चरण  ???*

से—- पूर्वाभाद्रपदा 10:43:14

सो—- पूर्वाभाद्रपदा 16:37:18

दा—- पूर्वाभाद्रपदा 22:34:14

दी—- पूर्वाभाद्रपदा 28:34:04

*???  ग्रह गोचर  ???*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

==========================

सूर्य=मिथुन      04:12    मृगशिरा ,      4      की

चन्द्र = कुम्भ      20°23  पू o भा o ,    1      से

बुध =वृषभ 11  ° 07′    रोहिणी    ‘   1      ओ

शुक्र=वृषभ    02°05,  कृतिका      ‘  2         ई

मंगल=मीन  24°30  ‘      रेवती ‘    3         च

गुरु=मीन  11°30 ‘   उ o भा o,      3         झ

शनि=कुम्भ 00°33 ‘      उ o भा o   ‘  3      गु

राहू=(व) मेष  26°25′     भरणी ,   4        लो

केतु=(व) तुला 26°25    विशाखा , 2          तू

*??? मुहूर्त प्रकरण ???*

राहू काल 07:09 – 08:53 अशुभ

यम घंटा 10:37 – 12:21 अशुभ

गुली काल 14:05 – 15:48 अशुभ

अभिजित 11:53 -12:48 शुभ

दूर मुहूर्त 12:48 – 13:44 अशुभ

दूर मुहूर्त 15:35 – 16:30 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन

अमृत 05:26 – 07:09 शुभ

काल 07:09 – 08:53 अशुभ

शुभ 08:53 – 10:37 शुभ

रोग 10:37 – 12:21 अशुभ

उद्वेग 12:21 – 14:05 अशुभ

चर 14:05 – 15:48 शुभ

लाभ 15:48 – 17:32 शुभ

अमृत 17:32 – 19:16 शुभ

?चोघडिया, रात

चर 19:16 – 20:32 शुभ

रोग 20:32 – 21:48 अशुभ

काल 21:48 – 23:05 अशुभ

लाभ 23:05 – 24:21* शुभ

उद्वेग 24:21* – 25:37* अशुभ

शुभ 25:37* – 26:53* शुभ

अमृत 26:53* – 28:10* शुभ

चर 28:10* – 29:26* शुभ

?होरा, दिन

चन्द्र 05:26 – 06:35

शनि 06:35 – 07:44

बृहस्पति 07:44 – 08:53

मंगल 08:53 – 10:02

सूर्य 10:02 – 11:12

शुक्र 11:12 – 12:21

बुध 12:21 – 13:30

चन्द्र 13:30 – 14:39

शनि 14:39 – 15:48

बृहस्पति 15:48 – 16:58

मंगल 16:58 – 18:07

सूर्य 18:07 – 19:16

?होरा, रात

शुक्र 19:16 – 20:07

बुध 20:07 – 20:58

चन्द्र 20:58 – 21:48

शनि 21:48 – 22:39

बृहस्पति 22:39 – 23:30

मंगल 23:30 – 24:21

सूर्य 24:21* – 25:12

शुक्र 25:12* – 26:03

बुध 26:03* – 26:53

चन्द्र 26:53* – 27:44

शनि 27:44* – 28:35

बृहस्पति  28:35* – 29:26

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल  ??*

मिथुन  > 04:20  से  06:40  तक

कर्क    > 06:40  से  09:00  तक

सिंह    > 09:00   से 11:04  तक

कन्या  >  11:04  से  13:20  तक

तुला   >  13:20   से   15:35  तक

वृश्चिक > 15:35   से  17:50 तक

धनु     > 17:50   से   20:00 तक

मकर   > 20:00   से 21:42   तक

कुम्भ   > 21:42  से  23:16  तक

मीन    > 23:16  से 00:42   तक

मेष     > 00:042   से  02:30 तक

वृषभ   > 02:30  से  04:20  तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप)

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*?  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  15 + 7 +  2 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष

 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 गुरु ग्रह मुखहुति

*?    शिव वास एवं फल -:*

  22 + 22 + 5 = 49  ÷ 7 = 0 शेष

 शमशान वास  = मृत्यु कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 09:33 समाप्त

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*??    विशेष जानकारी   ??*

*श्री रामदास जी महाराज निर्वाण तिथि (रामधाम खेड़ापा)

* पंचक अहोरात्र

*???   शुभ विचार   ???*

सा भार्या या शुचिर्दक्षा सा भार्या या पतिव्रता ।

सा भार्या या पतिप्रीता साभार्या सत्यवादिनो ।।

।। चा o नी o।।

वही अच्छी पत्नी है जो शुचिपूर्ण है, पारंगत है, शुद्ध है, पति को प्रसन्न करने वाली है और सत्यवादी है.

*???  सुभाषितानि  ???*

गीता -: श्रद्धात्रयविभागयोग अo-17

यत्तु प्रत्युपकारार्थं फलमुद्दिश्य वा पुनः।,

दीयते च परिक्लिष्टं तद्दानं राजसं स्मृतम्‌॥,

किन्तु जो दान क्लेशपूर्वक (जैसे प्रायः वर्तमान समय के चन्दे-चिट्ठे आदि में धन दिया जाता है।,) तथा प्रत्युपकार के प्रयोजन से अथवा फल को दृष्टि में (अर्थात्‌ मान बड़ाई, प्रतिष्ठा और स्वर्गादि की प्राप्ति के लिए अथवा रोगादि की निवृत्ति के लिए।,) रखकर फिर दिया जाता है, वह दान राजस कहा गया है॥,21॥,

*??   दैनिक राशिफल   ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष

यात्रा लाभदायक रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है। संचित कोष में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कारोबारी सौदे बड़े हो सकते हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा, सावधानी रखें।

?वृष

फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। बजट बिगड़ेगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अंधविश्वास न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी।

?मिथुन

नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति संभव है। यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबारी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। आशंका-कुशंका रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

?कर्क

उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। बड़ा काम करने का मन बनेगा। झंझटों से दूर रहें। कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। फालतू खर्च होगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। जोखिम बिलकुल न लें।

?सिंह

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता बनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यस्तता रहेगी।

?‍♀️कन्या

दूर से बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। बेवजह तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। फालतू बातों पर ध्यान न दें। मेहनत अधिक व लाभ कम होगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। शत्रुओं की पराजय होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

⚖️तुला

पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। समय की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अपने काम पर ध्यान दें। लाभ होगा।

?वृश्चिक

बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। स्थायी संपत्ति से बड़ा लाभ हो सकता है। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। निवेश शुभ फल देगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी, ध्यान रखें।

?धनु

कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद में न पड़ें। अपेक्षाकृत कार्य समय पर होंगे। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।

?मकर

घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।

?कुंभ

व्यवसाय में ध्यान देना पड़ेगा। व्यर्थ समय न गंवाएं। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। जल्दबाजी से हानि संभव है। थकान रहेगी। कुसंगति से बचें। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

?मीन

पुराना रोग उभर सकता है। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोधी सक्रिय रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। जल्दबाजी न करें

?आपका दिन मंगलमय हो?

?????????

*आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन)*

(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

09897565893,09412618599

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