शासन-प्रशासन मौन ! शमशान पहुचने के लिए ग्रामिणो को पार करनी पड़ती है नदी

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ 

समवाददाता

 विदिशा। आजादी के 70 साल बाद भी ऐसी तस्वीरें देखने को मिलती है. जहां एक बारिश हुई नहीं की लोगों के लिए आफत बन जाती है. मध्यप्रदेश के विदिशा में हुई आधे घंटे की बारिश ने प्रशासन के सारे सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है. पूरा शहर जलमग्न हो गया. कुछ ऐसी तस्वीर भी आई है जिसमें नदी पार करते हुए शव को श्मशान ले जाया जा रहा है. ये नदी भी जिला मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर है.

विदिशा जिले के ग्राम करारिया की नदी में आज तक पुल नहीं बन पाया है. हालात ऐसे है कि श्मशान जाने के लिए भी गहरे पानी को पार करते हुए जाना पड़ता है. कई बार तो यहां स्थिति ऐसी भी बनती है कि पानी का बहाव इतना तेज होता है कि बहाव रुकने का इंतजार करना पड़ता है, तब तक शव को घर पर रखना पड़ता है.

स्थानीय लोग बताते है कि आजादी के 70 साल बाद विदिशा जिले में जिला मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर दूर ग्राम करारिया कि नदी में पुल नहीं बन पाया. विभाग से संबधित अधिकारी देखने आते है और कार्रवाई के आदेश देकर चले जाते है, पूर्व कलेक्टर ने भी एक बार जांच के आदेश भी दिए थे परंतु फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.

विदिशा नगर पालिका शहर का हाल तो और बेहाल है. सड़के तालाब जैसे नजर आ रही हैं, दुकान, मकान, स्कूलों में अंदर तक पानी घुस गया है. स्कूल में बच्चें पहुंच नही पा रहे है. इधर स्थानीय रहवासी अलग परेशान है.

विदिशा क्षेत्र नीमताल, बांस कुली, बंटी नगर तलैया मोहल्ला और मुख्य मार्गों पर भी तालाब जैसे हालात नजर आ रहे है, स्थानीय लोगो की माने तो यहां का ड्रेनेज सिस्टम फेल है, जिसके कारण थोड़ी देर के पानी गिरने से जलमग्न जैसी स्थितियां बन जाती हैं.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More