भीषण गरमी से जनता को राहत, सड़कों पर जलभराव से टूटने लगी सड़कें

सावन के महीने में बारिश की झड़ी लगातार तीसरे दिन भी लगी हुई है। बारिश से लोगों को गर्मी और उमस से पूरी तरह राहत मिल गई है। सीएसए कानपुर का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है।
बारिश की वजह से मौसम ठंडा हो गया है। गुरुवार को 40 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बारिश अगले पांच दिनों तक जारी रहेगी।
सड़कों पर जलभराव से सड़कें टूटने लगी हैं। जाजमऊ के सरैया इलाके में सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया, जिसकी वजह से उसमें लोडर घुस गया।
लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर जगह-जगह जलभराव बना हुआ है। जीटी रोड मेट्रो रूट पर किनारे-किनारे पानी भरा हुआ है। VIP रोड, जूही खलवा पुल, गोविंद नगर मार्केट, किदवई नगर, शास्त्री नगर, आचार्य नगर में जगह-जगह पानी भरा हुआ है।
गंगा का बढ़ने लगा जलस्तर
पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों के में मूसलाधार बारिश से कानपुर में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। नरौरा से 35,759 और हरिद्वार से 53,063 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। क्यूसेक पानी के बहाव की इकाई है। एक क्यूसेक का अर्थ है प्रति सेकंड एक घन फुट पानी का बहाव, जिसे लीटर में मापने पर यह बहाव 28.31 लीटर/सेकंड होता है।
इसके चलते गंगा में जलस्तर बढ़ने लगा है। जलस्तर को मेंटेन करने के लिए गंगा बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं। इससे कानपुर के घाटों के किनारे भी पानी चढ़ना शुरू हो गया है।
घाटों पर बढ़ाई गई सतर्कता
नरौरा बांध से आ रहे गंगा जल के चलते बैराज में जलस्तर बढ़ने लगा है। शहर की तरफ मुड़ी गंगा के चलते घाटों की तरफ पानी बढ़ने लगा है। शहर से लगे घाटों में पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है। साथ ही सिंचाई विभाग ने गंगा के बढ़ते जलस्तर और किनारे स्थित गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है, ताकि गांवों में पानी आने से पहले लोगों को सतर्क किया जा सके।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More