घुवारा। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद कई नगरीय निकाय में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. छतरपुर जिले की घुवारा नगर परिषद में भाजपा के 05 व कांग्रेस के 04 सहित आम आदमी पार्टी के 01 व 05 पार्षद निर्दलीय निर्वाचित हुए है, अब घुवारा में दोनों दलों के नेताओं के द्वारा गठजोड़ की राजनीति की जा रही है गठजोड़ की राजनीति में भाजपा पार्षद पूजा मनीष राय लगातार कांग्रेस के नेताओ के संपर्क में है. सूत्रों की माने तो कांग्रेस के द्वारा पूजा मनीष राय को अध्यक्ष के लिए अधिकृत भी किया जाएगा, इस बात की खबर जब पत्रकारों ने अखबारों मे प्रकाशित की तो भाजपा पार्षद मनीष राय के चाचा रामस्वरूप राय दूरभाष पर पत्रकारों पर भड़क उठे।
शासकीय कर्मचारी है पार्षद के चाचा
भाजपा पार्षद पूजा मनीष राय के चाचा रामस्वरूप राय नगर परिषद घुवारा में मुख्य लेखापाल के पद पर पदस्थ है. शासकीय कर्मचारी होने के बाबजूद भी राजनीति में अपना सर्वोच्च निछावर कर रहे नगर परिषद के लेखापाल रामस्वरूप राय को इन दिनों घुवारा नगर में पार्षदों के गठजोड़ की राजनीति करते नजर आ रहे है।
कार्यवाही के बाद भी राजनीति करने से बाज नही आये रामस्वरूप राय
नगर परिषद के मुख्य लेखापाल रामस्वरूप राय अपने भतीजे मनीष राय के चुनाव का प्रचार करते पकड़े गए थे जिस पर छतरपुर कलेक्टर संदीप जी आर के द्वारा रामस्वरूप राय को तत्काल निर्वाचन कार्यालय अटैच किया गया था. रामस्वरूप राय उसके बाद भी राजनीति करने से बाज नही आ रहे है।
भारी कम अंतर से जीतने के बाद भी देख रहे अध्यक्ष का सपना
घुवारा नगर परिषद के वार्ड नंबर 13 से भाजपा के पार्षद पूजा मनीष राय ने भारी कम अंतर से पार्षद के लिए निर्वाचित किये गए थे पूजा मनीष राय को कुल 188 वोट वही ज्योति घोष को 153 वोट मिले थे. मात्र 35 वोट से जीतने वाले पार्षद पूजा मनीष अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे है और इनका भाजपा में रहते हुए सपना पूरा होते नही दिखाई दे रहा था इसलिए उन्होंने कांग्रेस की शरण ली है।
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