पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 31 जुलाई 2022

नीरजपाराशर आचारय:
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*** जय श्री राधे ***
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
***ll जय श्री राधे ll***
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*दिनाँक:-31/07/2022, रविवार*
तृतीया, शुक्ल पक्ष,
श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– तृतीया 28:17:41 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र————मघा 14:18:52
योग———- वरियान 19:09:15
करण———– तैतुल 15:41:18
करण————– गर 28:17:41
वार———————— रविवार
माह———————– श्रावण
चन्द्र राशि—————— सिंह
सूर्य राशि——————– कर्क
रितु————————– वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————— नल
विक्रम संवत————— 2079
विक्रम संवत (कर्तक)———- 2078
शक संवत—————— 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:43:03
सूर्यास्त—————–19:07:50
दिन काल————- 13:24:46
रात्री काल————- 10:35:45
चंद्रोदय————— 07:44:42
चंद्रास्त—————- 21:04:07

लग्न—- कर्क 13°39′ , 103°39′

सूर्य नक्षत्र——————– पुष्य
चन्द्र नक्षत्र——————- मघा
नक्षत्र पाया——————- रजत

*??? पद, चरण ???*

मू—- मघा 07:48:54

मे—- मघा 14:18:52

मो—- पूर्वा फाल्गुनी 20:47:33

टा—- पूर्वा फाल्गुनी 27:14:51

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=कर्क 13:12 पुष्य , 4 ड़
चन्द्र = कर्क 08 °23, मघा , 3 मू
बुध =कर्क 28 ° 07′ आश्लेषा ‘ 4 डो
शुक्र=मिथुन 21°05, पुनर्वसु ‘ 1 के
मंगल=मेष 23°30 ‘ भरणी ‘ 3 ले
गुरु=मीन 14°30 ‘ उ o भा o, 4 ञ
शनि=कुम्भ 29°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 24°15’ भरणी , 4 लो
केतु=(व) तुला 24°15 विशाखा , 2 तू

*??? मुहूर्त प्रकरण ???*

राहू काल 17:27 – 19:08 अशुभ
यम घंटा 12:25 – 14:06 अशुभ
गुली काल 15:47 – 17:27 अशुभ
अभिजित 11:59 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 17:21 – 18:14 अशुभ

?गंड मूल 05:43 – 14:19 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:43 – 07:24 अशुभ
चर 07:24 – 09:04 शुभ
लाभ 09:04 – 10:45 शुभ
अमृत 10:45 – 12:25 शुभ
काल 12:25 – 14:06 अशुभ
शुभ 14:06 – 15:47 शुभ
रोग 15:47 – 17:27 अशुभ
उद्वेग 17:27 – 19:08 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 19:08 – 20:27 शुभ
अमृत 20:27 – 21:47 शुभ
चर 21:47 – 23:06 शुभ
रोग 23:06 – 24:26* अशुभ
काल 24:26* – 25:45* अशुभ
लाभ 25:45* – 27:05* शुभ
उद्वेग 27:05* – 28:24* अशुभ
शुभ 28:24* – 29:44* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 05:43 – 06:50
शुक्र 06:50 – 07:57
बुध 07:57 – 09:04
चन्द्र 09:04 – 10:11
शनि 10:11 – 11:18
बृहस्पति 11:18 – 12:25
मंगल 12:25 – 13:33
सूर्य 13:33 – 14:40
शुक्र 14:40 – 15:47
बुध 15:47 – 16:54
चन्द्र 16:54 – 18:01
शनि 18:01 – 19:08

?होरा, रात
बृहस्पति 19:08 – 20:01
मंगल 20:01 – 20:54
सूर्य 20:54 – 21:47
शुक्र 21:47 – 22:40
बुध 22:40 – 23:33
चन्द्र 23:33 – 24:26
शनि 24:26* – 25:19
बृहस्पति 25:19* – 26:12
मंगल 26:12* – 27:05
सूर्य 27:05* – 27:58
शुक्र 27:58* – 28:51
बुध 28:51* – 29:44

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??*

कर्क > 03:54 से 06:10 तक
सिंह > 06:10 से 08:20 तक
कन्या > 08:20 से 10:30 तक
तुला > 10:30 से 12:45 तक
वृश्चिक > 12:45 से 15:00 तक
धनु > 15:00 से 17:20 तक
मकर > 17:20 से 19:03 तक
कुम्भ > 19:03 से 20:36 तक
मीन > 20:36 से 21:10 तक
मेष > 21:10 से 11:42 तक
वृषभ > 11:42 से 01:34 तक
मिथुन > 01:34 से 03:54 तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

3 + 1 + 1 = 5 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

*? शिव वास एवं फल -:*

3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

*हरियाली तीज , झूला प्रारम्भ

* स्वर्ण गौरी व्रत

* मधुश्रवा व्रत

*सुक्रत तृतीया व्रत

*मुंसी प्रेमचंद जयंती

*श्री सेवक जयंती

*??? शुभ विचार ???*

अग्निर्देवो द्विजातीनां मुनीनां हृदि दैवतम् ।
प्रतिमा त्वल्पबुध्दीनां सर्वत्र समदर्शिनाम् ।।
।। चा o नी o।।

द्विज अग्नि में भगवान् देखते है.
भक्तो के ह्रदय में परमात्मा का वास होता है.
जो अल्प मति के लोग है वो मूर्ति में भगवान् देखते है.
लेकिन जो व्यापक दृष्टी रखने वाले लोग है, वो यह जानते है की भगवान सर्व व्यापी है.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18

यया स्वप्नं भयं शोकं विषादं मदमेव च।,
न विमुञ्चति दुर्मेधा धृतिः सा पार्थ तामसी॥,

हे पार्थ! दुष्ट बुद्धिवाला मनुष्य जिस धारण शक्ति के द्वारा निद्रा, भय, चिंता और दु:ख को तथा उन्मत्तता को भी नहीं छोड़ता अर्थात धारण किए रहता है- वह धारण शक्ति तामसी है॥,35॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी।

?वृष
मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।

?मिथुन
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

?कर्क
मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

?सिंह
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।

?‍♀️कन्या
शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

⚖️तुला
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

?वृश्चिक
तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।

?धनु
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।

?मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।

?कुंभ
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

?मीन
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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