अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने, केंद्र का अटॉर्नी जनरल बनाए जाने का प्रस्ताव ठुकराया

RJ NEWS

दिल्ली-

वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने भारत का अगला अटॉर्नी जनरल बनाए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है. रविवार को उन्होंने इसके लिए सरकार को धन्यवाद कहा और अपना फैसला सुना दिया. उन्होंने कहा है कि उनके फैसले के पीछे कोई खास वजह नहीं है. इससे पहले रोहतगी जून 2014 से जून 2017 तक अटॉर्नी जनरल थे और उनके बाद के.के. वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था.

अब दो साल के बाद फिर के. के. वेणुगोपाल का कार्यकाल समाप्त हो रहा है तो केंद्र सरकार ने मुकुल रोहतगी को फिर से इस पद पर नियुक्त करने का प्रस्ताव दिया लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया है.

मुकुल रोहतगी को देश एक अनुभवी अधिवक्ता के तौर पर जाना जाता है. गुजरात दंगों के मामले में उन्होंने राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व किया था. इसके अलावा देश की सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में कई हाईप्रोफाइल मामलों में उन्होंने काम किया है. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग से जुड़े मामले में भी दलील दी थी.

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