आज का राशिफल और पंचांग, 29 सितंबर 2022

नीरजपाराशर आचारय:

??????????

*** जय श्री राधे ***

?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??

??? *अथ  पंचांगम्* ???

***ll जय श्री राधे ll***

??????????

*दिनाँक:- 29/09/2022, गुरुवार*

चतुर्थी, शुक्ल पक्ष,

आश्विन

“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– चतुर्थी 24:08:23      तक

पक्ष————————- शुक्ल

नक्षत्र——— विशाखा 29:11:56

योग——— विश्कुम्भ 24:54:25

करण———– वणिज 12:49:46

करण——- विष्टि भद्र 24:08:23

वार———————– गुरूवार

माह———————-  आश्विन

चन्द्र राशि——-   तुला 23:23:14

चन्द्र राशि—————–   वृश्चिक

सूर्य राशि——————-   कन्या

रितु————————- शरद

आयन—————– दक्षिणायण

संवत्सर—————— शुभकृत

संवत्सर (उत्तर)—————— नल

विक्रम संवत————— 2079

गुजराती संवत————- 2078

शक संवत—————— 1944

वृन्दावन

सूर्योदय————— 06:11:56

सूर्यास्त—————- 18:06:44

दिन काल————-  11:54:48

रात्री काल—————12:05:40

चंद्रोदय—————-  09:18:29

चंद्रास्त—————-   20:23:21

लग्न—- कन्या 11°42′ , 161°42′

सूर्य नक्षत्र——————– हस्त

चन्द्र नक्षत्र—————- विशाखा

नक्षत्र पाया——————- रजत

*???  पद, चरण  ???*

ती—- विशाखा 11:42:54

तू—- विशाखा 17:33:34

ते—- विशाखा 23:23:14

तो—- विशाखा 29:11:56

*???  ग्रह गोचर  ???*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

==========================

सूर्य=कन्या    11 :49  हस्त  ,         1          पू

चन्द्र =तुला 20 °23, विशाखा     ,     1        ती

बुध =कन्या  00  ° 34′  उ o फाo   ‘2         टो

शुक्र=कन्या    05°05,  उ o फ़ा o     ‘   3    पा

मंगल=वृषभ  25°30  ‘ मृगशिरा’    1           वे

गुरु=मीन  09°30 ‘   उ o भा o,      2          थ

शनि=मकर 24°43 ‘      धनिष्ठा   ‘  1           गा

राहू=(व) मेष  21°00′     भरणी ,   3           ले

केतु=(व) तुला 21°00   विशाखा ,   1         ती

राहू काल 13:39 – 15:08 अशुभ

यम घंटा 06:12 – 07:41 अशुभ

गुली काल 09:11 – 10:40 अशुभ

अभिजित 11:46 – 12:33 शुभ

दूर मुहूर्त 10:10 – 10:58 अशुभ

दूर मुहूर्त 14:56 – 15:44 अशुभ

वर्ज्यम 11:19 – 12:53 अशुभ

?चोघडिया, दिन

शुभ 06:12 – 07:41 शुभ

रोग 07:41 – 09:11 अशुभ

उद्वेग 09:11 – 10:40 अशुभ

चर 10:40 – 12:09 शुभ

लाभ 12:09 – 13:39 शुभ

अमृत 13:39 – 15:08 शुभ

काल 15:08 – 16:37 अशुभ

शुभ 16:37 – 18:07 शुभ

?चोघडिया, रात

अमृत 18:07 – 19:37 शुभ

चर 19:37 – 21:08 शुभ

रोग 21:08 – 22:39 अशुभ

काल 22:39 – 24:10* अशुभ

लाभ 24:10* – 25:40* शुभ

उद्वेग 25:40* – 27:11* अशुभ

शुभ 27:11* – 28:42* शुभ

अमृत 28:42* – 30:12* शुभ

?होरा, दिन

बृहस्पति 06:12 – 07:12

मंगल 07:12 – 08:11

सूर्य 08:11 – 09:11

शुक्र 09:11 – 10:10

बुध 10:10 – 11:10

चन्द्र 11:10 – 12:09

शनि 12:09 – 13:09

बृहस्पति 13:09 – 14:08

मंगल 14:08 – 15:08

सूर्य 15:08 – 16:08

शुक्र 16:08 – 17:07

बुध 17:07 – 18:07

?होरा, रात

चन्द्र 18:07 – 19:07

शनि 19:07 – 20:08

बृहस्पति 20:08 – 21:08

मंगल 21:08 – 22:09

सूर्य 22:09 – 23:09

शुक्र 23:09 – 24:10

बुध 24:10* – 25:10

चन्द्र 25:10* – 26:11

शनि 26:11* – 27:11

बृहस्पति 27:11* – 28:11

मंगल 28:11* – 29:12

सूर्य 29:12* – 30:12

*?? उदयलग्न प्रवेशकाल  ??*

कन्या  >  04:40  से  06:30 तक

तुला   >  06:30  से   08:44  तक

वृश्चिक > 08:44   से  11:00  तक

धनु     > 11:00   से   13:26 तक

मकर   > 13:26   से 15:08  तक

कुम्भ   > 15:08   से  16:36  तक

मीन    > 16:36   से  17:10   तक

मेष     > 17:10   से  18:44   तक

वृषभ   > 18:44  से  21:30   तक

कर्क    > 21:30  से  02:00  तक

सिंह    >  02:00  से 04:21   तक

*?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप)

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान————-दक्षिण*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*?  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  4 + 5  + 1 = 10  ÷ 4 = 2 शेष

 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 सूर्य ग्रह मुखहुति

*?    शिव वास एवं फल -:*

  4 +  4 + 5 = 13  ÷ 7 = 6  शेष

 क्रीड़ायां  = शोक, दुःख कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

दोपहर 12:48 से रात्रि 24:08 तक

पाताल लोक = धनलाभ कारक

*??    विशेष जानकारी   ??*

* नवरात्रि चतुर्थ दिवस कुष्मांडा देवी पूजन

*सर्वार्थ सिद्धि योग 29:12 से

* विनायक चतुर्थी

*???   शुभ विचार   ???*

परोक्षे कार्य्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।।

वर्ज्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुम्भम्पयोमुखम् ।।

।। चा o नी o।।

ऐसे लोगों से बचे जो आपके मुह पर तो मीठी बातें करते हैं, लेकिन आपके पीठ पीछे आपको बर्बाद करने की योजना बनाते है, ऐसा करने वाले तो उस विष के घड़े के समान है जिसकी उपरी सतह दूध से भरी है।

*???  सुभाषितानि  ???*

गीता -: क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविज्ञानयोग अo-13

उपद्रष्टानुमन्ता च भर्ता भोक्ता महेश्वरः ।,

परमात्मेति चाप्युक्तो देहेऽस्मिन्पुरुषः परः ॥,

 इस देह में स्थित यह आत्मा वास्तव में परमात्मा ही है।, वह साक्षी होने से उपद्रष्टा और यथार्थ सम्मति देने वाला होने से अनुमन्ता, सबका धारण-पोषण करने वाला होने से भर्ता, जीवरूप से भोक्ता, ब्रह्मा आदि का भी स्वामी होने से महेश्वर और शुद्ध सच्चिदानन्दघन होने से परमात्मा- ऐसा कहा गया है॥,22॥,

*??   दैनिक राशिफल   ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष

यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

?वृष

वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

?मिथुन

धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

?कर्क

बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

?सिंह

जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा।

?‍♀️कन्या

स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

⚖️तुला

किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

?वृश्चिक

आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

?धनु

कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।

?मकर

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है।

?कुंभ

आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

?मीन

रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?

?????????

*आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन)*

(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

09897565893,09412618599

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More