महोबा जिले में यूपी बोर्ड की मेधावी छात्रा पर थाना प्रभारी ने छेड़खानी की धारा लगाकर एफआईआर दर्ज किया है। रिपोर्ट में छात्रा की मां और उसके पिता भी आरोपी हैं। मामला एडीजी जोन प्रेम प्रकाश के सामने आया तो उन्होंने एसपी और एसचओ दोनों को तलब किया। दोनों की दलील सुनने के बाद एडीजी ने एसपी को निर्देश दिया कि वह एसएचओ को तत्काल निलंबित करें। मामला पुराने लेन-देन का था, जिसमें पीड़ित का किसी शख्स से विवाद चल रहा था। दुश्मनी निकालने के लिए उसके पूरे परिवार के खिलाफ छेड़खानी की धारा में केस दर्ज कराया गया है।
मामला जब एडीजी जोन के सामने पहुंचा तो SO ने बताया कि वसूली के दौरान उन्होंने मुकदमा लिखवाने वाले के साथ छेड़खानी की। उन्होंने साफ किया कि केस सिर्फ राकेश पटेरिया के खिलाफ है। इस पर एडीजी ने उन्हें बताया कि एफआईआर में तो पटेरिया, उनकी पत्नी और बेटी का नाम भी शामिल है।
उन्होंने एसओ से सवाल किया कि पटेरिया की लड़की मेधावी छात्रा है। आपने उसको मुलजिम बना दिया। लड़की करेगी (छेड़खानी)। उन्होंने एसओ को एसपी के सामने रिपोर्ट के साथ पेश होने का आदेश दिया।
इस दौरान एसपी को निर्देश देते हुए एडीजी ने एसओ के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। एडीजी ने कहा कि ये (एसओ) बदमाश हैं।
इन्होंने रुपये-पैसे दिलाने का ठेका लिया हुआ। इसको बुलाइए और सस्पेंड कीजिए। मजाक बना दिया है इन लोगों ने पुलिस का। किसी के खिलाफ कुछ भी लिख देंगे।
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