7 साल पहले रेलवे लाइन पर मिला था पिता का शव, बालिग होने पर बेटी ने दर्ज कराया मुकदमा

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

     आगरा

आगरा -कोर्ट के आदेश पर बेटी ने सात साल पहले पिता की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। बेटी का आरोप है कि आरोपियों ने पिता की जमीन का फर्जी तरीके से बैनामा कर लिया। उनके विरोध पर हत्या कर दी। शव रेलवे लाइन पर फेंक दिया। पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा। इस पर कोर्ट से गुहार लगाई। लड़की मूलरूप से इटावा की रहने वाली हैं। आरोप लगाया कि 16 फरवरी 2015 को पिता श्रवण कुमार की जमीन षड्यंत्र करके विजेंद्र और संजय प्रजापति ने हड़प ली थी।

महेश चंद को श्रवण कुमार बनाकर संजय ने अपने नाम पर बैनामा करा लिया था। इसमें गवाह अशोक कुमार और लाल मोहम्मद बने थे। महेश चंद के श्रवण कुमार बनने की जानकारी दोनों गवाहों को भी थी। वादिया ने आरोप लगाया कि पिता को जानकारी होने पर विरोध किया। इस पर पिता की हत्या कर दी गई। छह मई 2015 को हत्या को दुर्घटना दर्शाने के लिए शव को रेलवे लाइन पर रख दिया। पिता की हत्या के समय सोनी नाबालिग थी। इटावा में रहती थी।

मां की मृत्यु पहले ही हो गई थी। आरोपी मकान पर कब्जा लेने आए। मकान खाली करने का दबाव बनाया। धमकी दी कि जिस तरह से पिता को मारा, वैसे ही उसे भी मार देंगे। पुलिस से शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। थाना एत्माद्दौला के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि विजेंद्र प्रजापति, संजय, महेश चंद, अशोक और लाल मोहम्मद के खिलाफ बलवा, धोखाधड़ी, हत्या, आपराधिक साजिश सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर यूपीडा के पेट्रोलिंग वाहन को ट्रक ने मारी टक्कर, एक कर्मचारी की मौत, दो घायल

आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र में लखनऊ एक्सप्रेसवे पर खड़ी यूपीडा की पेट्रोलिंग गाड़ी को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। जिससे गाड़ी का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में गाड़ी में बैठे छह कर्मचारियों में से तीन घायल हो गए। सूचना पर यूपीडा की टीम और पुलिस ने पहुंचकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान एक कर्मचारी की मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लिया है।

Father's body was found on the railway line 7 years ago, daughter filed a lawsuit after becoming an adult

जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह करीब आठ बजे फतेहाबाद क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के किलोमीटर नंबर 34 पर सुरक्षा को लेकर यूपीडा पेट्रोलिंग गाड़ी तैनात थी। गाड़ी में यूपीडा के कर्मचारी बैठे थे। तभी अचानक लखनऊ की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने गाड़ी को टक्कर मार दी। ट्रक की टक्कर से पेट्रोलिंग गाड़ी में बैठे यूपीडा कर्मचारी दिनेश चंद्र पुत्र अमीर चंद, दिनेश कुमार पुत्र मोजीराम, संतोष कुमार पुत्र राम रतन गंभीर रूप से घायल हो गए। सहायक सुरक्षा अधिकारी सत्य प्रकाश समेत दो अन्य लोग बाल-बाल बच गए।

विष्णु कान्त शर्मा

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