दोस्त को बचाने के चक्कर में दूसरा भी डूबा, अलग अलग जगहों पर 6 डूबे
आगरा में मूर्ति विसर्जन के दौरान अलग अलग जगहों पर 6 लोग डूब गए हैं जिनमें से एक की मौत हो गई।
राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ आगरा
संवाददाता विष्णु कान्त शर्मा
ताजनगरी के थाना न्यू आगरा के गांव मऊ के पास बुधवार को यमुना में प्रतिमा विसर्जन के लिए गए दो युवक डूब गए। पुलिस ने पीएसी के गोताखोरों की मदद से दोनों की तलाश कराई, लेकिन पता नहीं चल सका। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।
नगला बूढ़ी के लोगों ने दुर्गा प्रतिमा स्थापित की थी। विसर्जन के लिए क्षेत्र के लोग आनंदी भैरों स्थित घाट पर पहुंचे थे। दोपहर करीब एक बजे मोहल्ले के रविंद्र (19) और विमल (21) भी अपने परिवार के साथ पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि दोनों घाट से आगे जंगल की तरफ चले गए। यहां पर पीपों का पुल भी बना है। परिजन ने बताया कि रविंद्र किनारे पर खड़ा था। अचानक उसका पैर फिसल गया। विमल ने हाथ पकड़कर बचाने की कोशिश की, लेकिन पानी का तेज बहाव होने के कारण दोनों बह गए।
वहीं मलपुरा थानाक्षेत्र के गांव भोगलपुरा से कुछ लोग प्रतिमा विसर्जन के लिए बरेठा स्थित पार्वती नदी किनारे पहुंचे थे। विसर्जन के दौरान दो युवक अचानक नदी के तेज उफान की चपेट मे आ गए , मौके पर मौजूद पुलिस बल और गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया जहां ने हरि (24) पुत्र अशोक को मृत घोषित कर दिया।
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रुनकता के अकबरा गांव निवासी सोनू ने बताया कि उनका बेटा शिवा (17) दोस्तों के साथ देवी मां की प्रतिमा को नदी किनारे विसर्जन करने गया था। सुबह करीब 9 बजे विसर्जन के दौरान वह गहरे पानी में चले जाने से जलमग्न गया। दोस्तों व मौजूद लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने गोताखोरों की मदद ली, कुछ पत नहीं चल सका। शिवा की मां की मौत हो चुकी है
चंबल नदी के पिनाहट घाट पर महुआ थाना के गांव करसड़ा निवासी शैलेंद्र सिंह (31) पुत्र अमर सिंह नरवरिया मूर्ति के विसर्जन के लिए चंबल नदी के रायपुर घाट पर गए थे। मूर्ति विसर्जन के बाद स्नान करते समय नदी के गहरे पानी में चले जाने से डूब गए। पुलिस का कहना है कि सुबह एनडीआरएफ टीम की मदद ली जाएगी।
विष्णु कान्त शर्मा संवाददाता राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज आगरा
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