सीतापुर- कोतवाली तालगांव पुलिस द्वारा आये दिन पीड़ितों से अवैध रूप से वसूली करने की बात आम हो गई है।क्षेत्र में लकड़ी कटान अवैध खनन,कच्ची शराब धड़ल्ले से बनाई जा रही है।तालगांव पुलिस क्षेत्र में घटित हो रहे अपराधों को रोक पाने के असफल साबित हो रही है।फरियादी थाने के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।ऐसे में शासन की मंशा को तालगांव पुलिस पलीता लगा रही है।आपको बताते चलें कि क्षेत्र के ग्राम गंगापुर मजरा धिमौरा निवासी कोटेदार रामजीवन ने बताया कि एक अक्टूबर को वह लहरपुर कोटे की दुकान के स्टॉक रजिस्टरों के सत्यापन के लिए मोटरसाइकिल से जा रहा था।जाते समय रास्ते में झोले में रखे स्टॉक रजिस्टर झोले सहित कहीं गिर गए।जिसकी जानकारी कोटेदार रामजीवन को लहरपुर पहुंचने पर हुई।
तो उसने अपनी पूरी समस्या से क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक को अवगत कराया।जिस पर पूर्ति निरीक्षक द्वारा सम्बंधित थाने में रजिस्टर खोने की सूचना देकर शिकायती पत्र पर थाने की मोहर लगवाकर लाने की बात कही गई थी।जिसके सम्बंध में कोटेदार रामजीवन तीन अक्टूबर को थाने सूचना देने गया था जिसे शपथ पत्र सहित देने की बात कहकर लौटा दिया गया था।कोटेदार रामजीवन द्वारा शपथ पत्र सहित प्रार्थना पत्र पुनः सात अक्टूबर को थाने के ऑफिस जाकर कांस्टेबल अर्जुन को दिया गया।जिसपर कांस्टेबल अर्जुन द्वारा उक्त सूचना के शिकायती पत्र पर मोहर लगवाने के एवज में दो हजार रुपयों की मांग की गई।
और कहा गया कि 2 हजार रुपये सहित अगले दिन आकर कागज ले जाना।कोतवाली तालगांव पुलिस की इस कार्यशैली से शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।जिससे क्षेत्र की जनता में भी पुलिस के प्रति नकारात्मक विचार उत्पन्न हो रहे हैं।पीड़ित न्याय पाने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने को मजबूर हैं।अब देखना ये है कि पुलिस अधीक्षक महोदय इस प्रकरण में कोई कार्यवाही करते हैं या भृष्टाचार यूंही जारी रहेगा।
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