एटीएस ने यूपी से गिरफ्तार किए 8 आतंकवादी

कल उत्तर प्रदेश ATS ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश से जुड़े आठ आतंकियों को गिरफ़्तार किया है. ATS ने अलग अलग स्थानों से इनकी गिरफ़्तारी की है. जांच एजेंसियों द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर छापेमारी शुरू की गई और देखते ही देखते आठ आतंकी गिरफ्तार हो गए.

सहारनपुर से लुकमान, कारी मुख़्तार, कामिल और मोहम्मद अलीम को गिरफ्तार किया है. वहीं शामली से शहज़ाद, बांग्लादेश का अली नूर उर्फ़ जहांगीर मण्डल उर्फ़ इनामुल हक़, झारखंड का नवाजिश अंसारी, हरिद्वार का मुदस्सिर को गिरफ़्तार किया गया है. इन आतंकियों के पास से एटीएस ने जिहादी किताबें, पेन ड्राइव, मोबाइल बरामद किए हैं.

जारी बयान में यूपी एटीएस ने कहा है कि लगातार ऐसी सूचना प्राप्त हो रही थी कि अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट या अलकायदा बरं-ए-सगीर तथा सहयोगी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बाग्लादेश विगत वर्षों से भारतीय उपमहाद्वीप  में गजवा-ए-हिन्द के उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने आतंकी नेटवर्क को बढ़ा रहा है.

इसके लिए संगठनों ने भारत में अवैध घुसपैठ कर सबसे पहले सीमावर्ती राज्यों पश्चिम बंगाल, असम आदि में कट्टरपंथी विचारधारा वाले व्यक्तियों को जोड़ा और वहाँ के मदरसों में अपनी जड़े मजबूत की. यह बांग्लादेशी आतंकी पुलिस और अन्य एजेन्सियों से बचने के लिये कुछ खास मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करते हैं और अपने संगठन में जुडने वाले नए लोगों को इन ऐप और अपने बातचीत करने के कोड का भी प्रशिक्षण देते हैं.

 इससे पहले अगस्त में यूपी एटीएस ने सैफुल्ला को गिरफ्तार किया था जिसका जैश-ए-मोहम्मद से लिंक मिला था. उसे सहारनपुर से गिरफ्तार मोहम्मद नदीम द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कानपुर से पकड़ा गया था. आधिकारिक बयान में बताया गया था कि सैफुल्ला वर्चुअल आईडी बनाने में एक्सपर्ट है और उसने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकियों के लिए 50 आईडी बनाए हैं. वह व्हाट्सऐप, टेलीग्राम और फेसबुक के जरिए जिहाद से जुड़े ऑडियो मेसेज भेजा करता था.

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