बाबा मोहनराम जी की दिव्य ज्योति सहित अनेकों देवी-देवताओं की सुन्दर प्रतिमाओं से सुसज्जित इस मंदिर में हर वर्ष देश-विदेश से लाखों की संख्या में पहुॅंचते है श्रद्धालुगणपीठाधिपति भगवान वेद व्यास धर्मपीठ अखंड़ भूमण्ड़लाधीश्वर धर्मचक्रवर्ती अनन्त श्री विभूषित जगदगुरू वल्लभाचार्य महाप्रभु वैद्यराज डाक्टर तेजबीर सिंह खोखर ने धाम के निर्माण में निभायी अहम भूमिका
बागपत:हलालपुर गांव में स्थित बाबा मोहनराम जी के धाम की गिनती दिल्ली एनसीआर के प्रमुख तीर्थ स्थलों में की जाती है। बाबा मोहनराम जी के इस धाम में हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालुगण पहुॅंचते है और बाबा की पूजा-अर्चना करते है। धाम के परिसर में बाबा मोहनराम जी की दिव्य ज्योति सहित अनेकों देवी-देवताओं की सुन्दर प्रतिमाएं विराजमान है जो हर किसी का मन मोह लेती है। बताया जाता है कि बाबा मोहनराम ने अपने परम भक्त डाक्टर तेजबीर सिंह खोखर को दर्शन देकर महर्षि वेद व्यास जी के इस पवित्र आश्रम स्थल पर बाबा का मन्दिर बनाने की आज्ञा दी। तेजबीर सिंह ने बाबा की आज्ञा का पालन करते हुए इस स्थान को खरीदकर उस पर बाबा का बड़ा ही भव्य मंदिर और आश्रम बनवा दिया और बाबा के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बाबा मोहनराम काली खोली धाम राजस्थान से बाबा की दिव्य अखण्ड़ ज्योति को इस पवित्र मंदिर में लाकर प्रज्जवलित कर दिया, जिससे मंदिर आलौकिक शक्तियों से सम्पन्न हो गया। इस धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की मुरादें पूरी होने लगी और इस धाम की ख्याति दूर-दराज क्षेत्रों में फैल गयी। वर्तमान में यह दिव्य मन्दिर सभी धर्माे की आस्था का मुख्य केन्द्र माना जाता है। वर्तमान में बाबा मोहनराम जी के परम भक्त डाक्टर तेजबीर सिंह खोखर को पीठाधिपति भगवान वेद व्यास धर्मपीठ अखंड़ भूमण्ड़लाधीश्वर धर्मचक्रवर्ती अनन्त श्री विभूषित जगदगुरू वल्लभाचार्य महाप्रभु वैद्यराज डाक्टर तेजबीर सिंह खोखर के नाम से जाना जाता है। डाक्टर तेजबीर सिंह खोखर ने बताया कि बाबा मोहनराम के इस पवित्र स्थान को बाबा मोहनराम आश्रम देव भूमि, कृष्ण तीर्थ, वेद व्यास धर्मपीठ आदि नामों से भी जाना जाता है। बताया कि इस धाम में बाबा की कृपा बरसती है और यहां से कोई श्रद्धालु खाली हाथ नही जाता। बाबा हर किसी की मुरादें पूरी करते है।
Comments are closed.