जिलाधिकारी ने प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम फर्जी अस्पताल धड़ल्ले से चल रहे हॉस्पिटलों की जांच की दीये आदेश

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ 

संवाददाता हरिनारायण यादव व्यूरो गाजीपुर

गाजीपुर: जिला अधिकारी के आदेश और टीम गठित करने के बावजूद भी आज तक देवकली ब्लॉक क्षेत्र में चल रहे प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम की अभी तक जाँच नही हुई।औऱ जनता का मनमाने ढंग से शोषण कर रहे है।नन्दगंज में पछ्जिम क्रोसिंग के पास नई कॉलोनी में एक हॉस्पिटल है जहाँ झोला छाप पति -पत्नी डॉक्टर झोला छाप हॉस्पिटल चला रहे है।वहा रास्ते पर साइन बोर्ड लगा हुआ है उसपर डिग्री धारक डॉक्टर का नाम लिखा हुआ है जो एक दिन भी किसी भी समय वहा पर नही बैठते है उसी के नाम पर मरीज आते है लेकिनउन्ही के आड़ में यह पति -पत्नी मरीज को देखते है,और फीस भी वसूलते है।इनका अल्ट्रा साउंड से साठ गांठ है ,जिस मरीज को जांच के लिए भेजते है उसे फोन करके कह देते है कि गंभीर बीमारी बता देना तो मरीज ये झोला झाप डॉक्टर डरवा देते है।फिर उनके इलाज के नाम पर लूट खसोट करते है।

           नर्सिंग और हॉस्पिटल के लोग प्रसव ,अबॉर्शन, लिवर में सूजन ,गांठ इत्यादि बीमारी के नाम पर गरीब मरीज का शोषण करते है।इनकी कमाई 10से 15लाख रुपये की महीने में है।इनके दलाल गाँवो में घूमते रहते है जो फुसला कर उन्हें इनके पास भेजते है जिसके एवज में कमीशन देते है ये झोलाछाप डॉक्टर अल्ट्रासाउंड के लोग उन्हें 50 प्रतिशत कमीशन देते है।कभी कभार कोई अधिकारी जांच के लिए आते है तो बड़ी रकम देकर उनका मुँह बंद कर देते है।

        जिलाधिकारी ने जाँच के आदेश का बैठक में दें रखा है मगर कोई कार्रवाई संबंधीत         अधिकारी जांच नहीं करते जिसके वजह से बरहपुर, सिहोरी,नन्दगंज, देवकली,सिरगीथा इत्यदि ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में चल रहे फ़र्जी हॉस्पिटल और नर्सिंग के साथ झोला छाप डॉक्टर फल फूल रहे हैं देखना यह है कि जिलाधिकारी के आदेश का पालन होता है या नहीं ।

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