पत्नी को प्रिंसिपल बनवाने के लिये“कागजी”तलाक दे दिया, तलाक देना तो बहाना था, पत्नी को मदरसे का प्रिंसिपल जो बनाना था!

राष्ट्रीय जजमेंट

     कानपुर

कानपुर- मदरसा अंसार प्रबंधक फजल अंसारी की दूसरी पत्नी जरीना मखनिया बाजार के मदरसा दरख्शां में सहायक अध्यापक थीं। कई वर्ष पूर्व वहां से पत्नी को ट्रांसफर करवाके अपने ही मदरसे में सीधा प्रिंसिपल बना दिया। सात-आठ वर्ष पूर्व अवैधानिक रूप से अधिकारियों की मिलीभगत से ये ट्रांसफर किया इन्होंने। चूंकि भर्ती नियमावली के अनुसार पत्नी, पुत्र, पुत्री, पुत्र वधू, दामाद, भाई आदि को अपने प्रबंधक या प्रिंसिपल भर्ती नहीं कर सकते, कानून को धोखा देते हुये फजल अंसारी ने धोखाधड़ी और मयार्दा की सारी सीमायें लांघ दी।

हद ये कि कागजों पर प्रबंधक फजल ने ये दिखा दिया कि पत्नी जरीना को उन्होंने तलाक दे दिया है। इससे वो प्रिंसिपल बनाये जाने पर कानूनी लपेटे में नहीं आयेगे। जबकि तलाक के कागजात फाइल में लगवाने के बावजूद शरिया लाॅ और कानून दोनों की धज्जियां उड़ाकर, मदरसा बोर्ड की आंखों में धूल झोंककर अपनी उसी पत्नी के संग अराम से लगातार एक घर में ही रहते रहे। फजल अंसारी ने आउट एंड आउट फोर्जरी की है सरकार से। निष्पक्ष जाँच में ये बात सीधे साबित होगी। दर्जनों मुहल्ले वाले ही बयान देने को तैयार हैं। फिर मदरसे की फाइल में तलाक के कागज जाँच समिति सीधे देख सकते है।

कानून कहता है कि सरकारी नौकरी में ऐसी धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ संबंधित विभाग तुरंत ही आईपीसी 420 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करवाये और 18 परसेंट ब्याज दर के साथ ही प्रिंसिपल बनी उक्त महिला से पूरा वेतन वापस वसूला जाये। अब उनकी ये पत्नी साल भर पूर्व रिटायर भी हो चुकी हैं तो पेंशन भी वापस रिकवर की जायेगी ब्याज समेत।

अब उनके मदरसे में रिक्त हुआ प्रिंसिपल पद खाली पड़ा है अभी तक सो उसको भरने के लिये कथित तौर पर निगोसिएशन चल रही है दावेदार मदरसा शिक्षकों से। पत्नी को फर्जी तलाक देकर सरकार को करोड़ों का चूना लगाने के मामले की सख्त प्रशासनिक जांच की मांग की जायेगी शिकायत दर्ज करवाके।

Chandan Kanpur RJ

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More