नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2020 के दिल्ली हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के फरार आरोपी को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया है. इसकी जानकारी देते हुए बुधवार को विशेष प्रकोष्ठ के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि 34 वर्षीय आरोपी मुंजताजिम उर्फ मूसा कुरैशी फरार था और उसके सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. हमारे इंस्पेक्टर प्रवीण दुग्गल, राकेश राणा और सुरेंद्र शर्मा, एसीपी ललित मोहन नेगी की देखरेख में दिल्ली हिंसा के आरोपी की तलाश कर रहे थे, जो फरार था. एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए कुरैशी को आखिरकार तेलंगाना के मीरपेट के गायत्री नगर से पकड़ लिया गया.
डीसीपी ने कहा, “हमें सूचना मिली थी कि आरोपी तेलंगाना में छिपा है और एक खास केमिस्ट की दुकान पर जाता है. वहां एक टीम भेजी गई, जाल बिछाया गया और उसे (कुरैशी) पकड़ा गया. वह इससे पहले अपहरण-सह-बलात्कार में शामिल था. जेल में वह एक मुजीब से मिला और जेल से बाहर आने के बाद उसके साथ काम करना शुरू कर दिया.”पुलिस ने कहा कि कुरैशी ने अपने दोस्तों के साथ सीएए के विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया और उन दंगों में हिस्सा लिया जहां, उन्होंने शर्मा की हत्या की थी.
दिल्ली के दंगे फरवरी 2020 में हुए थे, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प नई दिल्ली के दौरे पर थे, इस दौरान सीएए के समर्थक और विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद दंगे हो गए थे. 25 फरवरी को दंगों के दौरान शर्मा की चांद बाग इलाके में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.दंगाइयों ने उनके शव को एक नाले में फेंक दिया था और अगले दिन शव बरामद हुआ था. पुलिस ने दयालपुर थाने में मामला दर्ज किया था. मृतक आईबी अधिकारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, धारदार हथियारों से 52 बार वार किए गए थे.हत्या में शामिल कुरैशी इलाके से भाग गया था और बाद में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उसके सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
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