नरसिंहपुर। जिले में सरकारी राशि का गबन करने का मामला सामने आया है। कोतवाली थाने में श्रम न्यायालय के एक भृत्य और एक अन्य के खिलाफ 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत न्यायालय द्वारा दर्ज की गई है। इस घटना से न्यायालय में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं न्यायालय के मजिस्ट्रेट के साथ-साथ न्यायालीन अधिकारी-कर्मचारी सकते में है।
दरअसल, श्रम न्यायालय के पीठासीन अधिकारी ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज की। जिसमें कहा गया कि भृत्य अतुल काले ने कूटरचित पत्र के माध्यम से एसबीआई बैंक की शाखा नरसिंहपुर से पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर बदलवाए। इसके बाद अलग-अलग समय में 5 चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर करीब 20 लाख रुपये की राशि निकाल ली। इस गबन की जानकारी जब न्यायालय को लगी, तो इसकी जांच कराई। जिसमें भृत्य से स्पष्टीकरण कर मांगा गया।
जिसमें भृत्य अतुल काले ने गड़बड़ी की बात स्वीकार की और कहा कि उसने ही राशि निकाली है।
वहीं इस पूरे मामले में नरसिंहपुर एसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि श्रम न्यायालय के पीठासीन अधिकारी सुकेश शर्मा ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें भृत्य अतुल काले पर कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कर जांच में लिया है। इसमें भृत्य के साथ और कौन-कौन शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है। बैंक से भी इस संबंध में जानकारी ली जा रही है।
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