फतेहपुर।जिले में बेखौफ चल रहे डग्गामार वाहन यातायात नियमों की पूरी तरह अनदेखी कर रहे हैं। इन्हें न तो अफसरों का खौफ है और न ही सवारियों के जीवन की चिंता। जहां मन में आया सवारियां बिठाने या उतारने लगते हैं। मनमाने ढंग से क्षमता से अधिक सवारी भरते हैं और बीच सड़क पर उतार देते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सठिगवां से अमौली को आ रहा वाहन मकरन्दपुर मोड़ के पास अनियन्त्रित होकर खंती मे जा घुसी। क्षेत्र में डग्गामार वाहनों पर रोक नहीं लग पा रही है। मऊदेव चौराहा, सठीगंवा चौराहा व अमौली चौराहे से दर्जनों डग्गामार वाहन जहानाबाद, कानपुर,घाटमपुर के लिए चलते हैं। फतेहपुर पुलिस की नजर आए दिन इन पर पड़ती हैं लेकिन कभी इनके विरुद्ध कार्रवाई नही की जाती है। डग्गामार वाहनों में मानक से अधिक यात्री प्रतिदिन बैठाए जाते हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक चलने वाले इन वाहनों से बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन कानपुर यात्रा करते हैं। ऐसे वाहनों की रफ्तार भी काफी अधिक होती है।अधिक कमाई के चक्कर में चालक नियम कानून को ताक पर रखते हुए क्षमता से अधिक सवारी आड़ा-तिरछा बैठा लेते हैं। वाहनों की तेज रफ्तार के दौरान यात्रियों में इस बात का भय बना रहता है कि कही कोई अनहोनी न हो जाए।नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों को जोखिमभरी यात्रा कराने वाले ऐसे वाहन चालकों पर नजर पड़ने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। सुबह सात बजे से ही सठीगंवा चौराहा व अमौली चौराहा पर डग्गामार वाहनों का जमावड़ा लग जाता है। नियम कानून ताक पर रख कर सड़क पर वाहन खड़ा कर सवारी बैठाते हैं। डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने का जिम्मा संभागीय परिवहन विभाग, पुलिस और प्रशासन का है। विभागों को डग्गामार वाहनों को बंद कराना चाहिए, लेकिन शायद ही कभी कोई कार्रवाई की गई हो। कार्रवाई न होने से डग्गामार वाहन चालकों के हौंसले बुलंद है।
विकाश साहू संवाददाता
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