लखनऊ : अलीगंज के विनोद को तीन दिन से तेज बुखार था। बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टर ने डेंगू के लक्षण दिखने पर जांच करवाई। इसमें पता चला कि विनोद की प्लेटलेट्स 31 हजार और टीएलसी 2500 बची थी, जबकि डेंगू रिपोर्ट निगेटिव आई। दूसरे दिन निजी लैब से भी एलाइजा जांच कराई, लेकिन इसकी भी रिपोर्ट निगेटिव आई।हजरतगंज के राम प्रकाश को बुखार के साथ कमजोरी थी। शरीर पर लाल चकत्ते पड़ गए। सिविल की ओपीडी में डेंगू व प्लेटलेट्स की जांच कराई। डेंगू रिपोर्ट तो निगेटिव आई, लेकिन प्लेटलेट्स 50 हजार ही बची थी।
टीएलसी में भी गिरावट आई थी।राजधानी लखनऊ के सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में इन दिनों नॉन डेंगू वायरल सिंड्रोम के मरीज सामने आ रहे हैं। इनकी प्लेटलेट्स घटकर करीब 30 हजार तक पहुंच रही है। साथ ही लक्षण भी डेंगू के हैं, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। इन मरीजों की टोटल ल्यूकोसाइट काउंट (टीएलसी) भी घट रही है, जैसा डेंगू के मरीजों के साथ होता है। ऐसे मरीजों की रिपोर्ट व लक्षण देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं। हालांकि, वे डेंगू मानकर ही इलाज कर रहे हैं।शहर में मंगलवार को डेंगू के 33 नए मरीज मिले।
इंदिरानगर, अलीगंज, आलमबाग, चिनहट, चौक, डालीगंज व गोमतीनगर में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि डेंगू प्रभावित इलाकों में एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। बचाव के लिए फुल आस्तीन की शर्ट पहनें। घर व आसपास जलभराव न होने दें। मच्छरदानी लगाकर सोएं।
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