अल्लामा फ़ज़ले हक़ खैराबादी:कालापानी की सज़ा भी जिनके हौसले को डिगा ना सकी
साल 1861,अंडमान निकोबार द्वीप की सेलुलर जेल में कालेपानी की सजा काट रहा एक बुजुर्ग शख्स अपनी अंतिम साँसे गिन रहा था।मरते हुए इस बुज़ुर्ग को बस यही मलाल था कि उसकी मौत वतन से दूर कालेपानी की अंधेरी कोठरियों में हो रही है।
ये शख्स थे…