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Journalism

केंद्र सरकार द्वारा मिली देश के पत्रकार बन्धुंओं को मजबूती

केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को मजबूती प्रदान करने के लिए 'पत्रकार वेलफेयर स्कीम' में संशोधन कर दिया है। यह देशभर के सभी पत्रकारों के लिए लागू हो गया है। दरअसल केंद्र सरकार ने पत्रकारों के कल्याण के लिए इस स्कीम को 01फरवरी 2013…

हिंदी पत्रकारिता दिवस विशेष- क्रांति के अलख से व्यावसायिकता की अंधी दौड़ तक

औपनिवेशिक ब्रिटिश भारत,जिसमें पत्रकारिता के नाम पर जिस समय ब्रिटिश सरकार समर्थक चंद अंग्रेजी,फ़ारसी,बंगला और उर्दू समाचार पत्र और पत्रिकाओं का ही रुतबा था, भारत,भारतीयता और भारतीयों के हित की आवाज उठाना जब गुनाह समझा जाता था।उस समय लोकतंत्र…

*हिंदी पत्रकारिता दिवस के वर्तमान पर एक लेख*

क्या भारतीय मीडिया पक्षपातपूर्ण है? खींचों न कमानों को न तलवार निकालो! जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो अकबर इलाहाबादी ने जब यह शेर लिखा तब भारत पर अंग्रेजों की हुकूमत थी और उनके सामने गुलाम जनता संसाधनविहीन थी।शायद यह शेर लिखते हुए…

अधिवक्ता सुधीर द्वारा पत्रकार रवीश कुमार के खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोप, मुकदमा दर्ज

नई दिल्ली : जाने माने पत्रकार और हिंदी पत्रकारिता का एक ऐसा नाम जिसे हर कोई रविश कुमार के नाम से जानता है। जो छात्रों गरीबों , मजदूरों, बेसहारो की आवाज़ उठाने के लिए जाने जाते है। लेकिन अब उनके ऊपर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया गया है।…

पत्रकार अपनी कलम की धार करें तेज, जिससे भटकती पत्रकारिता को असली रास्ते पर लाया जा सके: भगवान प्रसाद…

कुशीनगर/पडरौना। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की 20 वें स्थापना दिवस के मौके पर आज रविवार को कुशीनगर जनपद इकाई का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय ने अपने संबोधन में…

सवाल करने वाला मीडिया ही अब ज्यादा सवालों में रहने लगा है, राख होती जा रही है मीडिया की साख!

जनता में मीडिया को किस नज़रिए से देखा जाने लगा है ये किसी से छुपा नहीं है। माइक आईडी और खबर का लहजा समझते ही खबर को तैयार करने में दृष्टिकोण से ज्यादा कोण यानी एंगिल प्रभावी होता है जो ये बताता है कि ‘नेपथ्य’ के ‘घटनाक्रम’ क्या रहे होंगे।…

टीवी न्यूज का भविष्य जैसे न्यूजरूम मे बैठा एक अदृश्य सांड

एक कहानी BY (अभिषेक श्रीवास्तव) “नागिन का बदला तो आपने देखा होगा लेकिन फिल्‍म से इतर हम आपको दिखा रहे हैं सांड़ का बदला. सुल्तानपुर के बेलासदा गांव में सांड़ को मारना एक परिवार को बहुत भारी पड़ गया. दोनों सांड़ों ने गुस्‍से में आकर खेती तो…

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