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Punya prasoon

भरभरा कर गिर रहे बांध को, दो-दो बोरियो से थामा नहीं जा सकता है साहेब…

जब नदी में उफान हो और बांध ही भरभरा कर गिरने की स्थिति में हो तब रेत की दो दो बोरियो को जुटा कर बांध बचाया नहीं जा सकता। चाय की प्याली टेबल पर रखते रखते स्वयसेवक के जुबां से निकलते इन शब्दो ने मुझे भी चौकाया और प्रोफेसर साहेब को भी। दोनो ही…

जनादेश बता देगा …मोदी ढल रहे है…शाह उग रहे है…राहुल गढ रहे है !

पांच राज्यो के चुनाव प्रचार में तीन सच खुल कर उभरे। पहला , अमित शाह बीजेपी के नये चेहरे बन रहे है । दूसरा , काग्रेस का सच गांधी परिवार है और राहुल गांधी के ही इर्द-गिर्द नई काग्रेस खुद को गढ रही है। तीसरा , 2014 में देश के रक्षक के…

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