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दो पक्षों की आमने सामने हुई भिड़ंत में हिस्ट्रीशीटर को लगी गोली

गोरखपुर। घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पनियरा में भर्ती कराया गया है। वह हाल ही में जेल से जमानत पर रिहा होकर आया था। महराजगंज जिले के पनियरा थाना अंतर्गत ग्राम राजमंदिर में मंगलवार को दोपहर करीब ढाई बजे दो पक्षों में विवाद के बाद हुई…

चार साल बाद लखनऊ महोत्सव में दिखाई देगा ग्रामीण भारत

लखनऊ,। दुधारू देशी गायों से होने वाले फायदे के साथ ही फसल में लगने वाले कीटों से बचाव के तरीकों से भी किसानों को रूबरू किया जाएगा। खेती के साथ ही आर्थिक रूप से समृद्ध किसानों की तस्वीर दर्शकों को बरबस अपनी ओर खींचेगी। यहां मुर्गी पालन और…

इस गावँ में बाट-तराजू लेकर बिल वसूलने पहुंचते हैं बिजलीवाले

मुरादाबाद,। यहां बिजली के बदले गांव वालों से बिजली महकमा अनाज वसूलता है। गेहूं के सीजन में गेहूं और धान के सीजन में धान। गांव वालों की मानें तो बिजली वाले कई बार बिल के बदले दालें और घी-दूध भी ले जाते हैं। गांव में आठ साल से बिजली की लाइन…

मऊ: बिजली ने शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के सभी लोगों को रुलाया

मऊ,। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग परेशान हैं। बिजली के अभाव में आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है। सितंबर माह से ही जिले में बिजली की आपूर्ति बेहद खराब चल रही है। बुनकरों और साड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगों की हालत बिजली की आपूर्ति…

इस गाँव के लोग नही मनाते है दीवाली

ह‍िमाचल प्रदेश के ज‍िला कांगड़ा के बैजनाथ में दश‍हरा नहीं मनाए जाने की बात तो आपने सुनी होगी। ठीक उसी तरह इसी ज‍िले में एक गांव ऐसा भी है, जहां दीपावली का त्‍यौहार नहीं मनाया जाता है। न इस गांव में पटाखों की गूंज होती है और न ही…

सरकार के विकास के दावों की पोल खोल रहा,मूलभूत सुविधाओं से वंचित यह गाँव

महराजगंज: शासन द्वारा गांवों के विकास नाम पर लाखों रुपये की धनराशि खर्च कर विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। फिर भी जमीनी स्तर पर इसका पूरा फायदा ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। यही कारण है कि मजबूर लोग आवास, पेंशन, शौचालय,…

एक ऐसा गाँव जहां कोई भी नही है शिक्षित,नोट के रंग देखकर करते हैं पहचान

बिहार,। एक क्षेत्र ऐसा भी है जहां अभाव में लोग कंद-मूल खाकर गुजारा करते हैं। 120 लोगों के टोले में एक भी व्यक्ति साक्षर नहीं । रुपये की पहचान भी उसका रंग देखकर करते हैं। सरकार की कोई योजना आज तक यहां सिरे नहीं चढ़ी। हम बात कर रहे हैं गया…

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