कैंसर की शुरुआती स्टेज पर अलर्ट कर देगा ब्रीथ एनालाइजर
कैंसर को शुरुआती अवस्था में कैसे पहचाना जाए, इस पर देश-दुनिया में काफी रिसर्च की जा रही है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने एक ऐसा ब्रीथ एनालाइजर विकसित किया है, जो समय पर कैंसर की जानकारी देगा।
यह डिवाइस दूषित हवा के कारण होने वाली बीमारियों को शुरुआती स्टेज पर ही पहचान लेगी। इसका अंतिम ट्रायल कैम्ब्रिज के एडनब्रूक हॉस्पिटल में किया जा रहा है।
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कैंसर कोशिकाओं के कारण शरीर में वोलाटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड बनते हैं, जो रक्त में मिलकर सांसों में तक पहुंचते हैं। ठीक वैसे ही जैसे अल्कोहल।
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सांसों में मौजूद इन कंपाउंड का पता ब्रीथ एनालाइजर लगाता है और समय पर अलर्ट करता है।
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कैंसर का पता लगाने के लिए मरीज को 10 मिनट डिवाइस की मदद से सांस लेने और छोड़ने के लिए कहा जाता है।
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डिवाइस सांस में मौजूद वोलाटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड के कणों को इकट्ठा करती है। इसे लैब में जांच के लिए भेजा जाता है।
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कुछ ही दिनों में मरीज को इसकी रिपोर्ट मिल जाती है, जबकि बायोप्सी के मामलों में रिपोर्ट में मिलने में ही दो हफ्तों का समय लग जाता है।
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करीब एक दशक से इस डिवाइस काम कर रहे शोधकर्ता डॉ. डेविड क्रॉसबाय का कहना है कि कैंसर की जानकारी समय से मिलने पर इलाज करना आसान होगा। अब तक कोई ऐसी जांच नहीं है, जो कैंसर की जानकारी शुरुआती स्टेज में दे सके, क्योंकि लक्षण दिखते ही नहीं है। नए ब्रीथ एनालाइजर की मदद से बिना बायोप्सी के कैंसर की जांच संभव होगी।
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1500 मरीजों पर किया गया है शोध
शोधकर्ताओं के अनुसार, ब्रीथ एनालाइजर की मदद से सांस से जरिए होने वाले कैंसर को रोका जा सकता है साथ ही बायोप्सी जांच की जरूरत को कम किया जा सकता है। यह एक खास तरह का टेस्ट है जो काफी सस्ता और बिना किसी चीर-फाड़ (बायोप्सी) के किया जा सकता है। पिछले दो सालों में यह टेस्ट 1500 मरीजों पर किया गया है। डिवाइस को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
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वैज्ञानिकों का मानना है कि अलग-अलग तरह की कैंसर कोशिकाओं के कारण वोलाटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड में भी बदलाव देखने को मिलता है, लेकिन ब्रीथ एनालाइजर की मदद से हर तरह के केमिकल को समझा जा सकता है। सबसे पहले टेस्ट आहारनाल और पेट के कैंसर पेशेंट पर किया गया था। सफलता मिलने पर इसे प्रोस्टेट, किडनी, ब्लैडर, लिवर और पेंक्रियाटिक कैंसर के मरीजों पर किया गया। ट्रायल ब्रिटेन के कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ आउलस्टोन मेडिकल इंस्टीट्यूट की टीम मिलकर कर रही है।
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सिर्फ ब्रिटेन में ही हर साल कैंसर से 17 हजार मौतें
ब्रिटेन में हर साल 17 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत कैंसर के कारण होती है, क्योंकि उन्हें इसका पता स्थिति गंभीर होने के बाद चलता है। हर साल यहां करीब 3 लाख 60 हजार कैंसर के मामले सामने आते हैं, इनमें से आधे से ज्यादा मरीजों को इसका पता गंभीर अवस्था में चलता है।