हड़ताल के बाद अब 21 फरवरी को संसद कूच करेंगे कर्मचारी

0
चंडीगढ़। कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। हालांकि हड़ताल का ज्यादा असर नहीं दिखा। यूनियनों ने हड़ताल सफल होने का दावा किया है।
कहा गया है कि इस हड़ताल में 10 लाख कर्मचारी और मजदूरों ने हिस्सा लिया। हड़ताल का आह्वान केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनों की ओर से किया गया था।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान धर्मबीर फोगाट व महासचिव सुभाष लांबा ने केंद्र एवं राज्य सरकार को चेतावनी दी कि अगर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नही की गई और
सभी विभागों में अनुबंध पर लगे कर्मचारियों को बिना शर्त पक्का नहीं किया तो देश भर के कर्मचारी 21 फरवरी को संसद का घेराव करेंगे।
इसके अलावा जन अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत गांवों, शहरों व कस्बों में जन सभाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही राज्य कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें संसद घेराव व जन अभियान को सफल बनाने की कार्यनीति तैयार की जाएगी।
सीआईटीयू के प्रधान कामरेड सतबीर सिंह व महासचिव जय भगवान,एटक के प्रधान बलदेव सिंह व महासचिव बेचु गिरी, एआईयूटीयुसी के हरी प्रकाश ने बताया कि हरियाणा में देशव्यापी हड़ताल में सात लाख औद्योगिक मजदूरों ने भागेदारी की है।
तालमेल कमेटी के सदस्य सरबत पुनियां ने बताया कि फरीदाबाद के जीएम ने सर्व कर्मचारी संघ संबंधित यूनियन के उप महासचिव राम आसरे मालूम,  सचिव सहजाद खान, डिपो प्रधान जितेंद्र धनखड़,
सचिव रविंद्र नागर, वीरेंद्र सिंह व हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित यूनियन के डिपो प्रधान जय सिंह गिल के खिलाफ सिटी थाना बल्लभगढ़ के मुकदमा दर्ज करवाया है।
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ व वित्त सचिव दिलबाग अहलावत ने आंदोलन को लोकतांत्रिक तरीके से किया जा रहा है लेकिन
दमनकारी नीति के तहत दबाने का प्रयास कर रही है। एस्मा जैसी धाराएं लगाकर कर्मचारी वर्ग को प्रताड़ित करने का सरकार प्रयास कर रही है।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More