450 साल बाद श्रद्धालुओं के लिए खोला गया अक्षयवट और सरस्वती कूप: मुख्यमंत्री योगी

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प्रयागराज/इलाहाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पवित्र गंगा और यमुना के साथ अदृश्य सरस्वती के दर्शन के लिए करोड़ों लोग खिंचे चले आते हैं, लेकिन अक्षयवट और सरस्वती कूप देखने की तमन्ना अधूरी रह जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
साढ़े चार सौ वर्षों के बाद आज अक्षयवट और सरस्वती कूप श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश- दुनिया में स्वच्छ और सुरक्षित कुम्भ का संदेश जाए, यह हम सभी का कर्तव्य है। वह मीडिया सेंटर के उद्घाटन के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े समागम को भव्य और दिव्य बनाने का प्रयास किया गया है। इस प्रयास में मीडिया का पूरा सहयोग मिला। मेला पूरी भव्यता और दिव्यता से आगे बढ़े, इसके लिए डेढ़ वर्ष पूर्व कार्ययोजना तैयार की गई थी।
हजारों साल बाद प्रयागराज कुंभ को वैश्विक मान्यता मिली है। 15 दिसम्बर को 71 देशों के राजनयिकों ने इसे वैश्विक मान्यता दी। पहली बार कुम्भ मेले की शुरुआत गंगा मां की पूजा से प्रार्थना से पीएम मोदी ने किया है।
सीएम ने कहा कि कुंभ मेले के लिए जल, थल और नभ से आवागमन की सुविधा प्रदान की जा रही है। 15 फ्लाईओवर, अंडर ब्रिज बनाए गए हैं। 264 सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है। चौराहों का भी चौड़ीकरण और सौन्दर्यीकरण किया गया।
22 पान्टून ब्रिज बनाए गए हैं। स्वच्छता को लेकर एक लाख 22 हजार 500 पर्यावरण अनुकूल शौचालय बनाए गए। सफाई की समुचित व्यवस्था कुम्भ मेले में की गई है। बीस हजार से ज्यादा डस्टबिन मेला क्षेत्र में रखे गए हैं। दस हजार श्रद्धालुओं की क्षमता का गंगा पंडाल बनाया गया है। चार सांस्कृतिक पांडाल बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि देश के छह लाख गांवों का प्रतिनिधित्व कुंभ में होगा। इसे देखते हुए 20 हजार श्रद्धालुओं के मेला क्षेत्र में रुकने की व्यवस्था की गई है। 1300 हेक्टेयर में 94 पार्किंग स्थल बनाए गए।
पहली बार पांच सौ से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे मेला क्षेत्र में होंगे। पेंट माई सिटी में 15 लाख वर्ग फीट में दीवारें पेंट की गई हैं। कुम्भ मेले में 1100 सीसीटीवी लगाए गए हैं।
पहली बार टेंट सिटी बसायी गई है। पन्द्रहवें अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में आए प्रवासी कुंभ में आएंगे। टेंट सिटी में ही रुकेंगे। गंगोत्री से लेकर प्रयागराज तक गंदे नालों को गंगा में गिरने से रोका गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भी 17 जनवरी को कुम्भ मेले में आएंगे और महर्षि भरद्वाज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

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