पहली बार राजपथ पर परेड नहीं कर पायेंगे वीरता पुरस्कार के लिए चुने बच्चे, इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप

0
नई दिल्ली। बाल वीरता पुरस्कार के लिए देशभर से चुने गए 21 बच्चे इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं हो सकेंगे। ऐसा 1957 के बाद पहली बार हो रहा है।
कारण है इन बच्चों को चुनने वाली इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर (आईसीसीडब्ल्यू) पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप होना।
सरकार हर साल पं. जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय बाल दिवस पर मेधावी बच्चे को नेशनल अवाॅर्ड फॉर चिल्ड्रेन देती रही है। लेकिन, इस बार इन पुरस्कारों का नाम बदलकर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार कर दिया गया है।
61 साल से आईसीसीडब्ल्यू द्वारा चुने गए बहादुर बच्चे ही परेड में शामिल होते थे। लेकिन, इस बार इनकी जगह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा चुने गए बच्चे पुरष्कृत होंगे।
पुरस्कार के लिए 26 बच्चे चुने गए हैं। इन्हीं बच्चों को परेड में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसमें पहले पांच श्रेणियां थीं। इस बार बहादुरी की श्रेणी भी जोड़ी गई है। बहादुरी श्रेणी में तीन बच्चे चुने हैं। दो मध्यप्रदेश और एक कर्नाटक से है।
इनोवेशन: मोहम्मद सुहैल, अरुणिमा सेन, एयू नचिकेता कुमार (कर्नाटक), अश्वथ सूर्यनारायण(तमिलनाडु), नैसर्गिग लैंका (ओडिशा), माधव लवकारे (दिल्ली) सोशल सर्विस: आर्यमान लखोटिया (प. बंगाल), प्रत्यक्ष बीआर (कर्नाटक), आईना दीक्षित (उत्तर प्रदेश)
स्कॉलेस्टिक: आयुष्मान त्रिपाठी (ओडिशा), मेघा (राजस्थान), निशांत धनखड़ (दिल्ली) आर्ट एंड कल्चर: राम एम. (तमिलनाडु), देवदुष्यंत जोशी(गुजरात), विनायक एम. (कर्नाटक), आर्यमान अग्रवाल (प. बंगाल), टी अतुुल पांड्या (महाराष्ट्र)
स्पोर्ट्स: शिवांगी, अनीश (हरियाणा), आर. प्रागनंद्धा (तमिलनाडु), एशो (अंडमान), प्रियम टी. (आंध्रप्रदेश), ए. देवकुले (महाराष्ट्र) बहादुरी: कार्तिक गोयल, उसकी बहन आद्रिका गोयल (मध्यप्रदेश), निखिल जितूड़ी (कर्नाटक)।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More