दुर्भाग्य है कि 70 साल में किसी संन्यासी को भारत रत्न सम्मान नहीं मिला: बाबा रामदेव
नई दिल्ली. योग गुरु बाबा रामदेव ने आजादी के बाद से अब तक किसी संन्यासी को भारत रत्न नहीं दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि अगली बार यह सर्वाेच्च सम्मान किसी संन्यासी को भी दिया जाए।
-
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रामदेव ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य है 70 सालों में एक भी संन्यासी को भारत रत्न नहीं मिला। महर्षि दयानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद जी, या शिवकुमार स्वामी जी। मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार कम से कम किसी संन्यासी को भी भारत रत्न दिया जाए।’’
-
इससे पहले देश की बढ़ती आबादी पर जताई थी चिंता
रामदेव ने हाल ही में कहा था कि जिन लोगों के दो से अधिक बच्चे हैं उनसे मतदान का अधिकार छीन लेना चाहिए। इन्हें चुनाव में हिस्सा लेने और सरकारी स्कूल-अस्पताल का इस्तेमाल करने की अनुमति भी नहीं होनी चाहिए। सरकारी योजनाओं का लाभ और सरकारी नौकरी भी नहीं देनी चाहिए। इससे देश की बढ़ती आबादी अपने आप रुक जाएगी।
-
भाजपा पर से भरोसा उठ जाएगा
योग गुरू बाबा रामदेव ने पिछले महीने कहा था कि अगर इस समय अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनता तो लोगों का भाजपा पर से भरोसा उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि अब जब केंद्र और उत्तरप्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकार है, अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो लोगों का भरोसा भाजपा से उठ जाएगा जो इस सत्तारूढ़ दल के लिए अच्छा नहीं होगा।