अमरावती. आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। नायडू ने कहा कि उन्होंने मोदी के अहंकार को संतुष्ट करने और राज्य की खातिर उन्हें सर बोलना पड़ा।
आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर हुई तेदेपा की बैठक में नायडू ने कहा कि वे राज्य के साथ न्याय कर सकें, इस आशा के साथ हरसंभव कोशिश करेंगे।
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नायडू ने कहा, “जब मैं अमेरिकी राष्ट्रपति रहे बिल क्लिंटन से मिला तो उन्हें मिस्टर क्लिंटन कहा, सर नहीं। राजनीति में मोदी मेरे जूनियर हैं। लेकिन जब वे (सत्ता में) आए, मैंने उन्हें 10 बार सर कहा। ऐसा मैंने राज्य और उनके अहंकार की संतुष्टि के लिए किया। मुझे उम्मीद थी कि वे मेरे राज्य के साथ न्याय करेंगे।”
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नायडू ने कहा, ”भाजपा के साथ गठबंधन राज्य की खातिर किया था। अगर हम गठबंधन न करते तो 10 सीटें और ज्यादा जीतते। भाजपा से गठबंधन तोड़ने का फैसला मैंने तब किया, जब मुझे पता चल गया था कि मोदी राज्य के साथ न्याय नहीं करेंगे।”
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2014 लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में भाजपा और चंद्रबाबू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने गठबंधन किया था। लेकिन आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने पर तेदेपा ने पिछले साल केंद्र और राज्य में भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया।
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मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं पहला व्यक्ति था, जिसने गुजरात दंगों के बाद मोदी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांगा था। इसलिए मोदी ने आंध्र के साथ पक्षपात किया।”
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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार विपक्षी पार्टियों से राजनीतिक बदला लेने के लिए सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने मोदी के साथ समझौता कर लिया, जिसके बाद उनसे केस वापस ले लिए गए।
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मोदी सरकार पर आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का दबाव बनाने के लिए नायडू ने गुरुवार को राज्य के सभी दलों की बैठक बुलाई है। हालांकि इस बैठक में वाईएसआर कांग्रेस, भाजपा, जन सेना और लेफ्ट पार्टियां हिस्सा नहीं लेंगी।