नक्सलियाें ने मुखबिरी के शक मे की ग्रामीण की हत्या, 15 गाड़ियां फूंकी

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रायपुर/धमतरी। नक्सलियों ने 31 जनवरी को किए गए भारत बंद के आह्वान के साथ उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। नक्सलियों ने पखांजुर में मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी और चेतावनी भरे पर्चे फेंके।
वहीं, महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर ग्राम धनोवा में सड़क निर्माण कार्य में लगे 15 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों के हंगामे के कारण बस्तर रूट बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
नक्सलियों के बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। धमतरी के सिहावा बाेरई मार्ग पर ट्रैफिक बाधित करने के लिए नक्सलियों ने पेड़ काटकर सड़क पर डाल दिए हैं। वहीं बस्तर की ओर जाने वाली बसें प्रभावित होने से यात्री परेशान हैं।
दरअसल, नक्सली सरकार की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन समाधान के साथ ही केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं। इसके चलते गुरुवार को नक्सलियों ने धमतरी में सिहावा बोरई मार्ग में ग्राम आठदहरा के पास सड़क बंद कर रूट बाधित कर दिया।

इसके साथ ही उन्होंने वहां पर बीच सड़क में  बैनर और पोस्टर लगा दिए हैं। बैनर पोस्टर और पंपलेट में नक्सलियों ने भारत बंद का जिक्र किया है। मार्ग अवरुद्ध होने की वजह से सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई है।  घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है।
इसके 5 दिन पहले मगरलोड क्षेत्र के ग्राम सराईभदर में नक्सलियों ने बैनर और पर्चा फेंका था। नक्सलियों की इस हरकत के बाद से नगरी सिहावा वनांचल क्षेत्र में हडक़ंप मच गया है। नक्सलियों ने जिस जगह पर बैनर लगाया है, वहां से बमुश्किल 6 किलोमीटर दूर में सीतानदी कैंप है और दूसरी तरफ 7 किलोमीटर दूर बोरई थाना है।
थाना और कैंप के बीच में यह बैनर लगाया गया है। बीती रात से ही बोरई मार्ग में में वाहनों का आवाजाही बंद कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि अब भी नक्सली आसपास ही जंगल में छिपे हुए है। जिसके इस मार्ग में गुजरने वाले कर ट्रक आदि वाहनों को वापस लौटाया जा रहा है।

31 जनवरी को सुबह 8:30 बजे तक रास्ता नहीं खुला है। इससे आसपास के वनग्राम कारीपानी बूढऱा, बहीगांव, बोराई और एकावरी में दहशत का आलम है। इधर इसकी खबर लगते ही सीतानदी कैंप और बोराई थाना से पुलिस फोर्स मौके के लिए रवाना हो गई है । आसपास गांव और जंगल मे भी सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है।
मामले की जानकारी लगते ही फोर्स की रोड ओपनिंग पार्टी मौके के लिए रवाना हो गई थी। मौके पर पहुंचने के बाद पार्टी द्वारा सड़क पर डाले गए अवरोधकों को हटाकर यातायात को शुरू किया जाएगा। बंद के ऐलान के बाद से ही नक्सली कई वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
नक्सलियों के बंद के चलते बड़ा असर बस्तर की ओर जाने वाली यात्री बसों पर हुआ है। इसके चलते सुकमा, काेंटा, पंखाजुर, नारायणपुर, भानुप्रतापपुर की ओर जाने वाले यात्री परेशान हैं। बंंद कस सबसे ज्यादा असर सुकमा, कांकेर के अंदरूनी इलाकों में है।

नक्सली पिछले कई दिनों से बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर , कोण्डागांव सहित कई इलाकों में पर्चे लगाकर बंद का एलान कर रहे थे। वहीं बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अलर्ट जारी कर दिया है।पुलिस विभाग की सारी एजेंसियों को बंद के दौरान एतिहात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई दी गई है।

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