ईडी ने लखनऊ मे1400 करोड़ रुपए के स्मारक घोटाले मामले मे 6 जगहों पर की छापेमारी

0
लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को राजधानी में 6 जगहों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासनकाल के दौरान बने स्मारकों में हुए घोटाले से जुड़े बताए जा रहे हैं। उस समय हुई लोकायुक्त जांच में करीब 1400 करोड़ रुपए के स्मारक घोटाले की बात सामने आई थी।
वर्ष 2007 से लेकर 2012 के बीच लखनऊ और नोएडा में पार्क और स्मारक बनवाए गए थे। लोक निर्माण विभाग, नोएडा प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी ने इनका निर्माण करवाया था। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने इन स्मारकों का निर्माण करने वाली फर्मों और निगम इंजीनियरों के ठिकानों पर छापे मारे हैं।
इस मामले में विजिलेंस ने जनवरी 2014 को गोमती नगर थाने में आईपीसी की धारा 120बी और 409 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसमें मायवती सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा समेत 19 के नाम थे।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासनकाल के दौरान लखनऊ और नोएडा में कई पार्कों का निर्माण करवाया गया था। इनमें अम्बेडकर स्मारक परिवर्तन स्थल, मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल, गौतमबुद्ध उपवन समेत अन्य पार्क हैं। इन स्मारकों के निर्माण पर करीब 41 अरब रुपए खर्च किए गए थे।
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद इस मामले की जांच यूपी के तत्कालीन लोकायुक्त एनके मेहरोत्रा को सौंपी गई थी। उन्होंने 2013 में रिपोर्ट सौंपी, जिसमें कहा गया था कि सबसे अधिक घोटाला पत्थर ढोने और उन्हें तराशने के काम में हुआ। जांच में कई ट्रकों के नंबर दो पहिया वाहनों के निकले थे।
लोकायुक्त ने मामले की जांच सीबीआई या एसआईटी से कराए जाने की सिफारिश की थी। रिपोर्ट में लोकायुक्त ने कुल 199 लोगों को आरोपी माना था। हालांकि, बाद में अखिलेश सरकार ने इस मामले की जांच विजिलेंस डिपार्टमेंट को सौंपी थी। तकरीबन पौने पांच साल का वक्त बीतने के बाद भी अभी तक इस मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More