नितिन गडकरी ने राहुल गांधी को दिया जवाब कहा- मुझे आपसे सर्टिफिकेट नहीं चाहिए

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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक बयान को लेकर भाजपा नेतृत्व और मोदी सरकार पर निशाना साधा। इसके बाद गडकरी ने उन्हें ट्विटर पर जवाब दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। मोदीजी और हमारी सरकार की कामयाबी है कि आपको हमला करने के लिए कंधे ढूंढने पड़ रहे हैं। उम्मीद करता हूं कि भविष्य में समझदारी के साथ बर्ताव करेंगे।”
सोमवार को राहुल ने ट्वीट किया- ”भाजपा में सिर्फ एक नेता में दम है। कृपया राफेल डील, किसानों के मुद्दे और संस्थानों को बर्बाद करने पर भी टिप्पणी करें।” इसके साथ उन्होंने गडकरी के बयान से जुड़ी एक रिपोर्ट भी शेयर की। एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा था, ”भाजपा कार्यकर्ताओं को पहले अपनी घरेलू जिम्मेदारियां निभानी चाहिए, क्योंकि जो ऐसा नहीं कर सकता, वो देश का ध्यान नहीं रख सकता।”
राहुल के ट्वीट पर गडकरी का जवाब
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ”आपके उठाए गए मुद्दों के लिए डंके की चोट पर कहता हूं कि राफेल डील में हमने देशहित सामने रखकर सबसे पारदर्शक व्यवहार किया। आपकी नीतियों ने किसानों को बदतर स्थिति में खड़ा किया, मोदीजी उन्हें इससे बाहर निकालने की ईमानदार कोशिश कर रहे हैं। आपको मोदीजी का प्रधानमंत्री बनना सहन नहीं हो रहा है, इसीलिए असहिष्णुता और संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का सपना आता है। हमारे और कांग्रेस के डीएनए में यही अंतर है। मोदीजी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे और हम मजबूती के साथ देश को आगे बढ़ाएंगे।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा था- पहले घर संभालो, बाद में पार्टी
शनिवार को नागपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, ”मैं कई लोगों से मिला, जो कहते हैं कि हमने अपना जीवन भाजपा और देश के लिए समर्पित कर दिया। तब मैंने पूछा तुम क्या करते हो और घर में सब कैसे हैं। उसने कहा कि दुकान ठीक नहीं चल रही थी तो मैंने उसे बंद कर दिया। घर में पत्नी और बच्चे हैं। फिर मैंने उससे कहा कि पहले अपना घर और बच्चों को संभालो। इसके बाद पार्टी और देश के लिए काम करो।”
राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के कई नेता गडकरी के बयानों को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साध चुके हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कुछ दिन पहले कहा था- ”गडकरी के मुताबिक, वादे पूरे नहीं करने पर जनता नेताओं को पीटती है, उस वक्त उनके टारगेट पर नरेंद्र मोदी और नजरें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर थीं।” इससे पहले दिसंबर में गडकरी ने पुणे के कार्यक्रम में कहा था कि नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उनका ये बयान तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद आया था।
26 जनवरी पर गडकरी के साथ बैठे थे राहुल
इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान नितिन गडकरी और राहुल गांधी आगे की पंक्ति में साथ बैठे थे और चर्चा करते नजर आए थे। पिछले महीने आए दो बयानों में गडकरी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की तारीफा की थी।

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