जयपुर। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर आंदोलन दूसरे दिन भी जारी है। शाम करीब 5.15 बजे सरकार के प्रतिनिधि मंडल की तरफ से विश्वेंद्र सिंह और आईएस नीरज के पवन धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान गुर्जरों से वार्ता के लिए पहुंचा एक सदस्यीय प्रतिनिमंडल ने गुर्जरों को रविवार सुबह वार्ता के जयपुर बुलाया लेकिन गुर्जरों ने इसे ठुकराया दिया।
उन्होंने कहा कि जो भी बात होगी अब यहीं रेलवे ट्रैक पर ही होगी। विश्वेद्र ने कहा कि यहां काफी हल्ला गुल्ला है न आप हमें सुन सकते हैं और न हम बात कह सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि आप अपना एक प्रतिनिधिमंडल भेज दें जो सरकार से बात कर लेगा। गुर्जरों ने इसे भी नकरा दिया और कहा कि हमारा कोई प्रतिनिघिमंडल नहीं है।
उधर, कर्नल किरोड़ी बैंसला की अगुवाई में गुर्जरों ने सवाईमाधोपुर के मलारना और नीमोदा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक जाम कर दिया है। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है। रेलवे ट्रैक रोकने की वजह से राजस्थान के अलावा दूसरे राज्यों में भी यात्रियों को परेशानियां हो रही हैं।
12918 हजरत निजामुद्दीन-अहमदाबाद, ट्रेन 12963 हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर एक्सप्रेस, 12964 उदयपुर-हजरत निजामुद्दीन रद्द किया गया है। साथ में ट्रेन 19024 फिरोजपुर कैंट-मुंबई सेंट्रल का मार्ग बदला आगरा कैंट, झांसी, बीना होते हुए चलाया जा रहा है। ट्रेन को पहले रेवाड़ी फुलेरा, चंदेरिया, रतलाम से चलाया जाना था।
ट्रेन 12964 उदयपुर सिटी-निजामुद्दीन का मार्ग बदला चित्तौडगढ-अजमेर-जयपुर-बांदीकुई-रेवाड़ी से जा रही, ट्रेन 19062 रामनगर-बांद्रा टर्मिनस का मार्ग बदला भरतपुर-बांदीकुई-अजमेर-चंदेरिया-रतलाम से जा रही, ट्रेन 12903 मुंबई सेंट्रल-अमृतसर ट्रेन का मार्ग बदला कोटा, सवाई माधोपुर, जयपुर, रेवाड़ी होकर चलाई जा रही, ट्रेन 18632 अजमेर-रांची का मार्ग बदला जयपुर, बांदीकुई, भरतपुर, आगरा फोर्ट से चलाई जा रही
12918 हजरत निजामुद्दीन-अहमदाबाद ट्रेन का मार्ग बदला रेवाड़ी, रिंग्स, फुलेरा, अजमेर, पालनपुर से चलाई जा रही, ट्रेन जयपुर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते ट्रेनों पर असर 19024 फिरोजपुर कैंट-मुंबई ट्रेन का मार्ग बदला रिंग्स, फुलेरा, अजमेर, चंदेरिया, रतलाम होकर चलाई जा रही, 12473 अहमदाबाद-श्री वैष्णो देवी कटरा ट्रेन का मार्ग बदला अजमेर, फुलेरा, रिंग्स, रेवाड़ी होकर निकाली जा रही है।
ट्रेन 12963 हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर ट्रेन का मार्ग बदला भरतपुर, बांदीकुई, अजमेर, चित्तौडगढ रूट से निकाली जा रही, ट्रेन 12948 पटना-अहमदाबाद ट्रेन का मार्ग बदला भरतपुर, बांदीकुई, पालनपुर रूट से निकाली जा रही, ट्रेन संख्या 59805 जयपुर-बयाना पैसेंजर को आंशिक रद्द करते हुए सवाई माधोपुर तक चलेगी, बयाना के लिए की गई रद्द 59806 बयाना-जयपुर पैसेंजर को किया आंशिक रद्द बयाना के बजाय शनिवार को सवाई माधोपुर से जयपुर तक आएगी ट्रेन।
आंदोलन को देखते हुए हिण्डौन-करौली मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। यहां गुडला गांव में गुर्जरों द्वारा जाम लगाने से रोडवेज बसें रोकी गई। करौली-हिण्डौन मार्ग पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। जिससे करौली होकर जाने वाली भरतपुर, , अलवर, जयपुर, मथुरा और उदयपुर की बसों का रोडवेज ने संचालन बंद कर दिया है।
सरकार की ओर से बनाई कमेटी के सदस्य पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह व आईएएस अधिकारी नीरज के पवन भरतपुर पहुंच चुके हैं। यहां घना में शांति कुटीर में चल बैठक चल रही है।
आईजी भूपेन्द्र साहू डीसी चन्द्र शेखर मुथा कलेक्टर डॉ आरुषि अजेय मलिक एसपी हैदर अली जैदी रहे मौजुद। कुछ समय बाद रवाना होंगे आंदोलन स्थल पर।
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सरकार ने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और सामाजिक न्याय विभाग मंत्री भंवरलाल मेघवाल की कमेटी बनाई है। गुर्जर आंदोलन से ज्यादा प्रभावित भरतपुर और अजमेर संभाग ही हैं, इसलिए दोनों संभागों के प्रतिनिधित्व के रूप में विश्वेंद्र और रघु को गुर्जरों को मनाने का जिम्मा दिया गया है। भरतपुर में मौजूद विश्वेंद्र सिंह ने शनिवार सुबह सरकार के आला अफसरों को मीटिंग के लिए बुलाया है। इसमें तय होगा कि आंदोलन से किस तरह से निपटा जाए। गुर्जर चाहेंगे तो मैं ट्रैक पर जाने को तैयार हूं। मेघवाल व रघु शर्मा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्तता के कारण देर रात तक भरतपुर नहीं पहुंचे थे।
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सीएमओ में हुई मीटिंग
आंदोलन को देखते हुए सीएमओ में एक उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई गई है। इसमें डीजीपी कपिल गर्ग, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एमएल लाठर, राजीव स्वरूप एसीएस होम मौजूद हैं। जिसमें गुर्जर आंदोलन पर आगे की रणनीति तैयार करने के लिए बैठक की। वहीं फीडबैक भी ले रहे हैं।
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दिल्ली से आने वाली ट्रेनें बयाना में खड़ी की गईं
बैंसला के साथ प्रदर्शन कर रहे लोग कोटाली ट्रेक पर बैठे हैं। गुर्जर आंदोलन की शुरुआत के साथ ही रेलवे ने दिल्ली से आने वाली ट्रेनों को बयाना में खड़ा कर दिया है। सवाई माधोपुर गंगानगर में भी ट्रेनों को आगे जाने से रोक दिया गया है। अवध एक्सप्रेस को भी सवाई माधोपुर में रोक दिया गया है। रेलवे ने इन ट्रैक पर सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है।
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यूपी और एमपी से आया सुरक्षा बल
प्रशासन ने भी आंदोलन को देखते हुए भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा और टोंक में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। यूपी और एमपी से सुरक्षा बल को बुलवाया गया है। रेलवे स्टेशन और पटरियों पर सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। बता दें कि आंदोलन के लिए राजस्थान के कोने-कोने से गुर्जर समाज के लोग आए हैं।
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8 जिलों में आरएसी की 17 कंपनियां तैनात
गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने 8 जिलों में राजस्थान सशस्त्र बल की 17 कंपनियों की तैनाती की है। उधर, सरकार के स्तर पर गुरुवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गई। इसमें गृह विभाग के प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे।
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गुर्जर समाज की मांग है कि सरकार सभी प्रक्रिया पूरी करके पांच प्रतिशत आरक्षण बैकलाग के साथ दे। इससे पहले 24 सितंबर 2015 को विधानसभा में एसबीसी विधेयक पारित हुआ था। राज्य सरकार ने 16 अक्टूबर 2015 को नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसे लागू किया। ये 14 महीने चला और 9 दिसंबर 2016 को हाईकोर्ट ने खत्म किया। अब सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है।
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पटरियों की तरह गुर्जर और सरकार
आरक्षण के लिए गुर्जरों का आंदोलन 13 साल पहले 2006 में शुरू हुआ। तब से लेकर अब तक वसुंधरा सरकार में 4 बार और गहलोत सरकार में अब दूसरी बार गुर्जर आंदोलन पर उतरे हैं। वसुंधरा सरकार में 3 बार ट्रैक जाम किया गया, गहलोत सरकार में दूसरी बार। 13 साल में 72 गुर्जरों ने जान दे दी। लेकिन वे वही खड़े हुए हैं।
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2006 : गुर्जरों को एसटी में शामिल करने की मांग पर पहली बार आंदोलन हुआ। हिंडौन में पटरियां उखाड़ी गईं।
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नतीजा : भाजपा सरकार ने इस मामले में एक कमेटी बनाई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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21 मई 07 : पीपलखेड़ा पाटोली में राजमार्ग रोका । 28 लोग मारे गए।
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नतीजा : भाजपा सरकार से समझौता। चौपड़ा कमेटी बनी। कमेटी ने गुर्जरों को एसटी आरक्षण के दर्जे के लायक नहीं माना।
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23 मई 08 : पीलुकापुरा ट्रैक पर बयाना में रेल रोकी। 7 लोग मारे गए। दूसरे दिन सिकंदरा में हाईवे जाम, 23 लोग मारे गए।
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नतीजा : भाजपा सरकार में 5% एसबीसी आरक्षण पर सहमति। हाईकोर्ट में अटका।
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24 दिसंबर 2010 : पीलुकापुरा में रेल रोकी गई।
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नतीजा : कांग्रेस सरकार से 5% आरक्षण पर समझौता। मामला कोर्ट में था। ऐसे में 1% आरक्षण दिया। इससे ज्यादा पर कुल आरक्षण 50% से ज्यादा हो रहा था।
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21 मई 15 : पीलुकापुरा बयाना में आंदोलन।
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नतीजा : भाजपा सरकार ने गुर्जर सहित 5 जातियों को 5% एसबीसी आरक्षण दिया। कुल आरक्षण 54% हुआ। हाईकोर्ट की रोक। अब 1% आरक्षण मिल रहा है।
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754 में से 614 केस वापस ले लिए गए
13 साल में गुर्जर आरक्षण आंदोलन में 754 केस दर्ज हुए। इनमें से 105 कोर्ट में हैं। 35 मामलों की पुलिस जांच कर रही है। 614 केसों में या तो एफआर लग गई या केस वापस लिए गए।