जयपुर। पुलवामा के शहीदों की गौरवगाथा अब राजस्थान के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगी। सरकार ने इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी है।
शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने पाठ्यक्रम समीक्षा समिति को इस संबंध में प्रस्ताव भेजकर जल्दी से जल्दी रिपोर्ट मांगी है।
-
अब समिति तय करेगी कि पाठ्यक्रम में शहीदों की कुर्बानी के किस्से किस तरह से शामिल किए जाएं, ताकि हमारे बच्चों में देशभक्ति की भावना का विकास हो।
पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले में सेना के 40 जवान शहीद हो गए थे। इनमें वीरों की धरती राजस्थान के भी 5 शहीद शामिल हैं। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है और शहीद सदैव ही पूजनीय और प्रेरणादायक रहे हैं।
-
उनकी शौर्यगाथा को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करके आमजन तक पहुंचाना, शहीदों की वीरता को सम्मान देने की हमारी एक कोशिश है।
पाठ्यक्रम समीक्षा समिति के सामने शहीदों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रस्ताव रखा है। अब समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि इसको किस रूप में शामिल किया जाएगा। समिति को 20 फरवरी तक रिपोर्ट देनी है।
-
यह दो समितियां कर रही है पाठ्यक्रम की समीक्षा
-
कक्षा 1 से 8 तक वर्तमान में संचालित समस्त पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा के लिए गठित कमेटी में पूर्व कुलपति आई.वी. त्रिवेदी समन्वयक है। इस कमेटी में सहायक आचार्य जी.एन. घसिया, राजीव बगड़िया और आशीष व्यास को सदस्य नियुक्त किया गया है।
-
-
-
कक्षा 9 से 12 तक वर्तमान में संचालित समस्त पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा के लिए गठित कमेटी में राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष बीएम शर्मा समन्वयक बनाया गया है। इस समिति में भूगोल की सहायक आचार्य सुनीता पचार, राजनीति विज्ञान के सहायकत आचार्य सोहनलाल मीणा और सहायक आचार्य पवन भंवरिया सदस्य के स्प में शामिल हुए।
-