हिमालय के हिंदुकुश क्षेत्र के तापमान में 2.1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। इसके कारण इस क्षेत्र में स्थित एक-तिहाई ग्लेशियर पिघल सकते हैं। ग्लोबल वार्मिंग कम करने से जुड़े पेरिस समझौते के अनुसार वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक रोकने में सफलता मिलने के बावजूद यह चुनौती सामने है।
जलवायु परिवर्तन रोकने के प्रयास विफल होते हैं तो स्थिति अधिक गंभीर हो सकती है। ऐसे में तापमान पांच डिग्री तक बढ़ सकता है और हिंदुकुश क्षेत्र के दो-तिहाई ग्लेशियर पिघल सकते हैं। इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (आइसीआइएमओडी) की ओर से किए गए अध्ययन में ये बातें सामने आई हैं। भारत समेत 22 देशों के 350 से अधिक वैज्ञानिकों ने यह अध्ययन किया है। काठमांडू में रिपोर्ट जारी की गई है।