नई दिल्ली। भारत समेत दुनियाभर के बड़े बाजारों में अपना एकछत्र राज बनाने वाले चीन को सबक सिखाने के लिए चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग उठती रहती है. लेकिन इस बार ये मांग अब ज्यादा जोर पकड़ रही है।
दरअसल, चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में चौथी बार भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर को अपने वीटो पावर के जरिए वैश्विक आतंकी घोषित करने की भारत की कोशिशों पर अड़ंगा लगा दिया है। चीन की इस हरकत से भारत में काफी रोष हैं। सोशल मीडिया में लोगों ने बाकायदा इसके लिए कैंपेन चलाया है। लोग सोशल मीडिया में चीन का सामान न खरीदने की अपील कर रहे हैं।
#मसूदअजहर समर्थक #China सहित जो भी देश और देश के अंदर लोग हैं,उनका हमें राजनैतिक,सामाजिक,आर्थिक तौर पर बहिष्कार करना चाहिए,चीन तो विशुद्ध रूप से व्यवसायिक भाषा ही समझता है आर्थिक बहिष्कार युद्ध से भी ज्यादा ताकतवर है।#BoycottChina #BoycottChineseProducts #बायकाटमसूदअजहरगैंग pic.twitter.com/aBe0Kqj024
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) March 14, 2019
योग गुरू बाबा रामदेव तो पहले से स्वदेशी का नारा देते चले आ रहे हैं. रामदेव ट्विटर में लिखते हैं, “#मसूदअजहर समर्थक #China सहित जो भी देश और देश के अंदर लोग हैं,उनका हमें राजनैतिक,सामाजिक,आर्थिक तौर पर बहिष्कार करना चाहिए,चीन तो विशुद्ध रूप से व्यवसायिक भाषा ही समझता है आर्थिक बहिष्कार युद्ध से भी ज्यादा ताकतवर है”
बीजेपी महिला मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज प्रीति गांधी देशवासियों से अपील करते हुए लिखती हैं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक वैश्विक आतंकवादी के रूप में मसूद अजहर को नामित करने के लिए भारत की बोली को अवरुद्ध करने पर हम चीन की कड़ी निंदा करते हैं. साथ में इन्होंने #BoycottChineseProducts भी लिखा.
Modi is using Chinese made Bullet Proof Jackets for Our Jawans !#BoycottChina #BoycottChineseProducts #BoycottChineseGoods https://t.co/wFDdokZkF4
— Rachit Seth (@rachitseth) March 14, 2019
हालांकि उनके इस अपील पर यूजर्स ने उनको ही ट्रोल कर दिया और उनको फेंकू करार दिया. अर्चना त्रिवेदी नाम की यूजर लिखतीं है अब तो कम से कम, कड़ी निंदा का दौर खत्म होना चाहिये. अपने दुश्मनों को पहचानिये,उनसे निपटना सीखिये, दूसरा कोई आपके लिए क्यों लड़े.
अब तो कम से कम, कड़ी निंदा का दौर खत्म होना चाहिये।
अपने दुश्मनों को पहचानिये,उनसे निपटना सीखिये, दूसरा कोई आपके लिए क्यों लड़े.— अर्चना त्रिवेदी (@archanatriv) March 14, 2019