वसीम की फिल्म ’राम की जन्म भूमि’ को मिली सेंसर बोर्ड की हरी झंडी, 29 को होगी रिलीज

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लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष वसीम रिजवी की फिल्म राम की जन्मभूमि को सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। यह फिल्म 29 मार्च को पूरे देश में रिलीज होगी।
सिने क्राफट प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित और सनोज मिश्रा के निर्देशन मे फिल्म राम की जन्म भूमि में दर्शकों का अयोध्या में वर्ष-1992 से अब तक की प्रमुख घटनाओं को एक कहानी के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं।
सबसे खास बात यह है कि वसीम ने खुद फिल्म की कहानी लिखी है, साथ ही फिल्म के अधिकतम हिस्सों का फिल्मांकन भी अयोध्या वास्तविक लोकेशन में किया गया है।
फिल्म के पहले पोस्टर और टीज़र के रिलीज़ होने के बाद वसीम को कई धार्मिक संगठनों से कानूनी नोटिस के साथ ही अण्डरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहीम के साथ-साथ, टाईगर मेमन का भाई अब्दुल मेमन से भी फिल्म को प्रदर्शित नही करने की धमकियॉ मिल चुकी है। इस सम्बन्ध मे एफआईआर, पंजीकृत हो चुकी है।
कई धार्मिक संगठनों और पाकिस्तान समस्ता कटटरपंथी मुल्लाओं की आपत्ति के बाद फिल्म के प्रचार को लेकर उच्च न्यायालय द्वारा सेंसर द्वारा प्रमाणित किये जाने तक स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब सभी विवादों के बाद सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को प्रमाणित कर दिया गया है।
फिल्म के लेखक और निर्माता वसीम ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि मुस्लिम राजनैतिक रोटियॉ सेकने वाले और मुस्लिम धर्म के ठेकेदारों पर यह फिल्म एक करारा प्रहार करेगी। मुस्लिम समाज को हलाला जैसी दर्दनाक कुप्रथा के अन्धेरेपन को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगी।
यह फिल्म सवाल करती है कि आधुनिक समाज में रूढ़िवादी हलाला प्रथा से मिली मानसिक प्रताड़ना कब तक। हलाला की आढ़ में अपनी बहू से शारीरिक सम्बन्धों का अन्त कितना भयानक होगा।
फिल्म में मनोज जोशी, गोविन्द नामदेव, नाजमीन पटनी, राजवीर सिंह, तृषा सचदेवा और आदित्य महत्वपूर्ण किरदारों में नजर आयेंंगे। सनोज मिश्रा के निर्देशन में इस फिल्म को अयोध्या के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में फिल्माया गया है। फिल्म के सिनेमाटोग्राफर सन्दीप त्यागी और कार्यकारी निर्माता विवेक अग्रवाल है।

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