आगामी चुनाव को मद्देनजर रखते हुए होली के पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए DM अमित किशोर ने दिए निर्देश

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जिलाधिकारी अमित किशोर ने उपरोक्त निर्देश कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित होली के पर्व को मनाये जाने के लिए सौपी गयी जिम्मेदारियों के प्रति अधिकारियों से कार्यो की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होने कहा कि जिस अधिकारी को जिस क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गयी है,
वह अपने कार्य को स्थल पर रहकर पूर्ण जिम्मेदारी के साथ निभाये और पुलिस विभाग से समन्वयन बनाकर रखे, ताकि किसी भी प्रकार की कोई सूचना प्राप्त हो तो अंकुश लग सके। उन्होने कहा कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर शिथिलता/लापरवाही बरदाश्त नही होगी, इसलिए अभी से यह सुनिश्चित करें कि
कही भी आपसी मनमुटाव या अन्य किसी कारण से कोई तनाव पैदा न हो तो किसी पर कोई जबरजस्ती करके रंग आदि का प्रयोग न करें, इस पर भी ध्यान दिया जाये और लोगो को समझाया भी जाय कि किसी के मना करने पर उसके ऊपर रंग आदि न खेला जाये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि
वे भी इस दौरान अपने विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों को आगाह कर दें कि जिसको जो जिम्मेदारी दी गयी है, उसको निष्ठा के साथ निभाये और किसी प्रकार की कोई लापरवाही न बरते और एम्बूलेंस आदि का संचालन भी सुनिश्चित करायें।
पुलिस अधीक्षक किरीट राठौर के हरिभाई ने पुलिस अधिकारियो से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमणशील रहे और यह भी देखे कि कही अवैध रुप से संचालित आतिशबाजी की दुकान न हो और प्रतिबंधित समय में कोई शराब/ विदेशी मदिरा/बीयर/माॅडलशाॅप्स व भांग की फुटकर दुकान आदि संचालित न हो,
यदि ऐसा कुछ किसी के द्वारा किया जाये तो संबंधित के विरुद्व नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करायें। उन्होने कहा कि त्योहार सभी लोग मिलजुलकर मनाये इसके लिए आप सभी लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ड्यूटी पर तैनात रहे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणप्पा जी0एन, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राकेश पटेल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमेंश कुमार मंगला, अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0धीरेन्द्र कुमार,  समस्त उप जिलाधिकारी, ए0आई0जी0स्टाम्प डा0राधाकृष्ण मिश्रा, पुलिस विभाग सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
जबकि आप सभी को यह बताते चलें कि देवरिया जनपद के विकासखंड भागलपुर अंतर्गत सतराव मवना गढ़वा पैना तमाम गांव में देसी शराब की दुकानें सरेआम चल रही हैं और यह सब डायल 100 और चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से होती है।
ऐसी दशा में उच्च अधिकारियों का आदेश केवल कागज के टुकड़ों और लोगों को अच्छी लुभावने देने के सिवा और कुछ नहीं कर सकते।

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