बीजेपी ने किया प्रताड़ित, नवरात्रि में ज्वाइन करूंगा कांग्रेस: शत्रुघ्न सिन्हा

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा नवरात्रि के दिनों में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. पटनासाहिब से लोकसभा टिकट काटे जाने के बाद से सिन्हा बीजेपी से काफी नाराज चल रहे हैं।
आज शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने के बाद सिन्हा ने कहा, “बहुत ही सकारात्मक मुलाकात रही। मैं अब सही जगह आ गया हूं।”
वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए सिन्हा बोले, “बीजेपी ने मुझे बहुत प्रताड़ित किया है। यह फैसला पटना को लेने दें कि उनके लिए मैं अच्छा काम करता हूं या रवि शंकर प्रसाद उनके लिए सही हैं।”
राहुल गांधी से मुलाकात करने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “सब ठीक है, कोई गड़बड़ नहीं हुई है। हमारी तरफ से कोई देरी नहीं है।” वहीं पटनासाहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर सिन्हा ने कहा कि, “मैं पहले भी कह चुका हूं, कि हालात जो भी क्यों न हों, लेकिन सीट नहीं बदलूंगा।”

वहीं कांग्रेस नेता आरके आनंद ने शत्रुघ्न सिन्हा की कांग्रेस में एंट्री को लेकर कहा, “शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। इसका फैसला दोपहर 2 बजे के बाद लिया जाएगा और उनके चुनाव लड़ने और किस सीट से लड़ेंगे, इसे लेकर कोई मतभेद नहीं है. सिर्फ थोड़ी देरी हो रही है।”
बता दें कि यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस शत्रुघ्न सिन्हा को अपने पाले में लाकर पटनासाहिब से चुनावी मैदान में उतार सकती है. सिन्हा बीजेपी के टिकट पर दो बार पटनासाहिब से चुनाव लड़े और जीतकर संसद पहुंचे। इस बार बीजेपी ने यहां से उनका टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद को दे दिया, जिसके बाद वे पार्टी आलाकमान से काफी नाराज हैं। वहीं कुछ समय पहले सिन्हा ने बीजेपी छोड़ने के सीधे संकेत दिए थे।
पिछले काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे सिन्हा ने पार्टी छोड़ने का इशारा करते हुए ट्वीट करते हुए अपने खास अंदाज में लिखा था, “मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, (शायद) तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे।”
फिल्म अभिनेता और ‘बिहारी बाबू’ के नाम से चर्चित शत्रुघ्न सिन्हा कई मौकों पर ‘पार्टी लाइन’ से हटकर सार्वजनिक रूप से बयान देते रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए एक बार कहा था कि सर, राष्ट्र आपका सम्मान करता है, पर नेतृत्व में विश्वसनीयता और विश्वास की कमी है।
नेतृत्व जो कर रहा है और कह रहा है, क्या लोग उसपर विश्वास कर रहे हैं? शायद नहीं खैर, अब काफी देर हो चुकी है। उन्होंने कहा था कि जनता से किए गए वादे अभी भी पूरे होने बाकी हैं जो कि अब पूरे हो भी नहीं पाएंगे। आशा, इच्छा और प्रार्थना, हालांकि मैं अब आपके साथ नहीं रह सकता।

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