अहमदाबाद/गांधीनगर। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को गांधीनगर सीट के लिए नामांकन भरा। इससे पहले उन्होंने 4 किमी का रोड शो किया। इसके लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल और लोजपा नेता रामविलास पासवान समेत कई नेता पहुंचे।
गांधीनगर से मौजूदा सांसद लालकृष्ण आडवाणी नहीं आए।जनसभा में शाह ने कहा कि जिस सीट से अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी सांसद रहे, वहां से टिकट मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
शाह ने कहा- मैं बूथ पर पर्चे बांटते और चिपकाते हुए आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष पद तक पहुंचा हूं। मेरे जीवन से भाजपा को निकाल दिया जाए तो केवल शून्य बचता है। मैंने जो देश को देने की कोशिश की, वह पार्टी की देन है। गांधीनगर से आडवाणीजी समेत कई नेता सांसद रहे। मैं यहां से पांच बार विधायक भी रहा हूं।
“यह चुनाव एक मुद्दे पर लड़ा जा रहा है कि देश का नेतृत्व कौन करेगा। हर क्षेत्र से आवाज आती है मोदी-मोदी। ऐसा व्यक्ति जो कभी प्रधान का चुनाव भी नहीं लड़ा, गुजरात का मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बना। आज बड़ा सवाल है कि देश को सुरक्षा कौन दे सकता है। मोदी और भाजपा ही देश को सुरक्षित रख सकते हैं। मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। गुजरात की जनता से अपील है कि यहां की सभी 26 सीटें भाजपा की झोली में डाल दीजिए। आडवाणीजी की विरासत को मैं पूरी विनम्रता से आगे बढ़ाने का प्रयास करूंगा।”
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राजनाथ सिंह ने कहा, “विपक्ष आरोप लगा है कि चौकीदार चोर है। मैं कहना चाहता हूं कि चौकीदार चोर नहीं, प्योर है। उसका दोबारा प्रधानमंत्री बनना श्योर है।”
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लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा, “2014 के चुनाव में एनडीए और भाजपा को जितनी सीटें मिली थीं, उससे ज्यादा सीटें 2019 के चुनाव में मिलने वाली हैं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि 2019 में प्रधानमंत्री पद की कोई वैकेंसी नहीं है। सारे लोग 2024 की तैयारी कीजिए।”
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शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमारे और भाजपा के बीच में कुछ मतभेद थे, लेकिन हमने उसे मिलकर दूर कर लिया है। मैं यहां अमित भाई का समर्थन करने के लिए आया हूं। बीजेपी और हमारी विचारधारा एक है। इसी विचारधारा को लेकर हम साथ में आगे बढ़ रहे हैं। मेरे पिताजी (बाला साहेब ठाकरे) ने मुझे सिखाया है कि हर काम दिल से करें। हमारी पार्टियों में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन दिल से हम अलग नहीं है।
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हम ने कभी पीठ में छुरा नहीं भोंका और आगे भी कभी नहीं करेंगे। हिंदुत्व हमारी सांस है। सांस रुक जाएगी तो कैसे जिएंगे। दिल मिले न मिले हाथ तो मिलने चाहिए। लेकिन हमारे दिल मिल गए। पच्चीस साल भाजपा और हमारे साथ आने के लिए कोई तैयार नहीं था। सिर्फ बादल साहब एक थे। आज हमारे साथ 56 दल हैं। हम कुर्सी के दीवाने नहीं हैं।”
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केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा कि जो काम 50 साल में नहीं हो पाया वह काम मोदी जी ने 5 सालों में कर दिखाया।
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अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान पर दो-दो स्ट्राइक कीं, लेकिन इसमें हमारे फौजियों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। इसके लिए हम शिरोमणि अकाली दल की तरफ से प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं।
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गांधीनगर लोकसभा सीट देश की वीवीआईपी सीटों में से एक है। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का टिकट काटकर पार्टी ने इस सीट से अमित शाह को मैदान में उतारा है।
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91 साल के आडवाणी ने 1989 में अपना पहला लोकसभा चुनाव नई दिल्ली से जीता था। इसके बाद से 2014 तक वे लगातार 8 बार लोकसभा सदस्य रहे। इनमें से गांधीनगर से उन्होंने 6 बार चुनाव जीता। 1970 से 1989 तक आडवाणी राज्यसभा सदस्य रहे।
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इस सीट से 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी चुनाव जीता था। हालांकि, बाद में इस्तीफा दे दिया था।
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गांधीनगर सीट पर अब तक 14 बार लोकसभा चुनाव हुए। कांग्रेस चार, भारतीय लोक दल एक बार और भाजपा ने 9 बार चुनाव जीता।