कांग्रेस के घोषणापत्र को ढकोसला पत्र कहना चाहिए: पीएम मोदी

0
ईटानगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि एक परिवार ने 55 साल तक दावा किया, लेकिन ये फिर भी दावा नहीं कर सकते कि हिंदुस्तान के सारे काम पूरे कर दिए।
मुझे तो पांच साल होने वाले हैं, लेकिन मैं इतना जरूर समाधान कर सकता हूं कि मैं हर चुनौतियों को चुनौती देने वाला इंसान हूं। मोदी आज पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी और कोलकाता में भी जनसभाएं करेंगे।
मोदी ने कहा, “आपके मजबूत विश्वास का ही नतीजा है कि आज अरुणाचल में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर अनेक संस्थान बन रहे हैं। आजादी के 7 दशक बाद अरुणाचल के सभी गांवों तक बिजली पहुंचा पाए हैं, हर घर को रोशन कर पाए हैं। एक तरफ वे दल हैं, जिन्होंने कभी देश की आशाओं-आकांक्षाओं को नहीं समझा, जिन्होंने देश पर राज करने की नीयत से सत्ता पर कब्जा जमाए रखा। जबकि आपका ये चौकीदार, आपके सेवक की तरह काम कर रहा है।”
“इस बार आपकी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा, आपके गौरव की रक्षा करने वालों और आपके परिधानों, आपकी परंपराओं का मजाक उड़ाने वालों, आपका अपमान करने वालों के बीच चुनाव है। ये अरुणाचल-नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए दिन रात एक करने वालों और दशकों तक नॉर्थ ईस्ट की उपेक्षा करने वालों का चुनाव है। इस बार का चुनाव वादों और इरादों के बीच का चुनाव है। ये संकल्प और साजिश के बीच का चुनाव है। ये भरोसे और भ्रष्टाचार के बीच का चुनाव है।
मोदी के मुताबिक, “हम सिर्फ एक वादा करके उसे दशकों तक लटकाए रखने वाले लोग नहीं हैं, बल्कि आपके जीवन को आसान बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करने वाले लोग हैं। इन लोगों (कांग्रेस) की तरह ही इनका घोषणापत्र भी भ्रष्ट होता है, बेइमान होता है, ढकोसलों से भरा होता है और इसलिए उसे घोषणापत्र नहीं ढकोसला पत्र कहना चाहिए। यह अरुणाचल प्रदेश के लोगों का ही सपोर्ट है कि हम यहां देश और राज्य में विकास कर सके। हमने सड़क, नेशनल हाईवे, रेलवे और हवाई साधन विकसित कर राज्य में आवागमन सुगम बनाने का काम किया है।”
मोदी को चुनौती देने के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने अभियान को एक दिन पहले शुरू करने का फैसला किया है। आज वे उत्तरी बंगाल के दिनहटा में प्रचार करेंगी। लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद पश्चिम बंगाल तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। ऐसे में भाजपा यहां अपना वोट शेयर बढ़ाना चाहेगी। पिछले साल पार्टी ने पंचायत चुनाव और कुछ उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया था। इस बार पार्टी वही प्रदर्शन दोहराना चाहेगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तो राज्य में 23 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के मुताबिक, प्रधानमंत्री की रैली में इतनी भीड़ होने वाली है कि उत्तरी बंगाल के लोग भी सिलिगुड़ी जाने वाले हैं। ऐसे में ममता को सुनने के लिए जाएगा ही कौन?

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More