पुणे/चंद्रपुर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर, पुणे दौरे पर पहुंचे। चंद्रपुर में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का अपमान करने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा, “भाजपा हिंदुत्व की बात करती है।
हिंदू धर्म में गुरु को महान बताया गया है। मोदी के गुरु कौन हैं? आडवाणी। मोदी ने जूता मारकर आडवाणी को स्टेज से उतारा। गुरु का अपमान करना हिंदू धर्म नहीं है।”
उधर, ईडी की चार्जशीट को लेकर मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, ”नरेंद्र मोदी को सब जानते हैं, गटर स्टर की राजनीति करते हैं। जैसे गांव का मुखिया बोल रहा हो, जैसे देहात में कोई राजनीति कर रहा हो।” इससे पहले मोदी ने देहरादून में ईडी की चार्जशीट का जिक्र कर कहा था।
हेलिकॉप्टर घोटाले के दलालों ने जिन लोगों को घूस देने की बात कही है, उसमें एक एपी हैं, दूसरा एफएएम है। इस चार्जशीट में कहा गया है कि एपी का मतलब अहमद पटेल और एफएएफ का मतलब है फैमिली।
इससे पहले राहुल ने पुणे में छात्रों से संवाद किया। राहुल ने मौजूदा राजनीति के अलावा अन्य मुद्दों पर भी बात की। इस दौरान लोकमान्य तिलक और बाल गंगाधर तिलक की बॉयोपिक पर काम कर चुके मराठी अभिनेता सुबोध भावे ने राहुल से पूछा कि मैं आपकी बायोपिक बनाना चाहता हूं। अभिनेत्री कौन होनी चाहिए? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने जवाब दिया- मेरी शादी काम से हो चुकी है।
छात्र ने राहुल से पूछा कि आपने घोषणापत्र में 72 हजार हर गरीब को देने का वादा किया है लेकिन पैसे कहां से आएंगे? राहुल ने कहा, 15 अमीर उद्योगपतियों के 35 हजार करोड़ रुपए माफ कर दिए गए। इसमें नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और अनिल अंबानी जैसे लोग शामिल हैं। हम जैसे ही लोगों को 72 हजार देंगे वे ज्यादा चीजें खरीदेंगे, सरकार को ज्यादा टैक्स मिलेगा। इससे भी हम पैसा ज्यादा जमा कर सकेंगे।
राहुल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हिम्मत सच से आती है। जब आप सच के साथ होते हैं तो आपको गलत से लड़ने की हिम्मत आती है। इससे पहले राहुल ने चेन्नई में भी कॉलेज के छात्रों के साथ इसी तरह का कार्यक्रम किया था। लोकसभा चुनावों के मद्देनजर वह लगातार युवाओं से बातचीत कर रहे हैं।
छात्रों के सवाल
सवाल: राहुल से पूछा गया कि दादी और पिता को खोने के बाद आपके अंदर राजनीति में आने का हौसला कैसे आया?
जवाब: इस पर राहुल गांधी ने कहा, “हौसला अनुभव से आया और मैंने सच्चाई को स्वीकार किया। सच्चाई कड़वी हो या अच्छी हो, मैं उसे स्वीकार करता हूं।”
सवाल: घोषणापत्र में आपने जो कुछ भी दिया है वह कैसे संभव होगा?
जवाब: घोषणापत्र में जो भी डाला गया है, वह जनता की राय और प्लानिंग के बाद डाला गया है। हम लोग कई हजार लोगों के पास गए और विशेषज्ञों की राय ली, उसके बाद यह मेनिफेस्टो बनाया। यह भारत की जनता की ओर से आया है। मैं झूठे वादे नहीं करता हूं। कब और कैसे पैसा आएगा, कैसे यह लागू होगा सब कुछ तय किया गया है।
सवाल: कोई भी अंडर एम्प्लॉयमेंट की बात नहीं करता, आपका क्या प्लान है?
जवाब: 27 हजार नौकरी हर 24 घंटे में लोग यहां खोते हैं। हमारे यहां स्किल का आदर नहीं किया जाता। यूनिवर्सिटी सिस्टम नौकरी सिस्टम से कनेक्ट नहीं है। हम इसे जोड़ने का प्रयास करेंगे।
सवाल: राजनीति में महिलाओं का क्या भविष्य है?
जवाब: 2019 के बाद हर क्षेत्र में 33 प्रतिशत जगहों पर महिलाओं के लिए आरक्षण होगा। जिसमें संसद, विधानसभा और नौकरियां शामिल हैं।
सवाल: भारत अभी भी नोटबंदी के प्रभाव से जूझ रहा है आप कैसे इसे सही करेंगे?
जवाब: 2 प्रतिशत जीडीपी कम हुई। करोड़ों लोगों की नौकरी गई। हम सरकार में आने के बाद युवाओं को नए उद्योग खोलने में मदद करेंगे। आपको अपना बिजनेस खोलने के लिए किसी भी मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। पहले आप अपना बिजनेस खोलें, तीन साल तक चलाएं और फिर हमारे पास आकर मंजूरी लें।