सरकार से लड़ेंगे, मुफ्त की रोटी तोड़ेंगे

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देवरिया। जनपद के बरहज तहसील अंतर्गत भागलपुर विकासखंड के ग्राम सभा देऊवारी, डुमरिया कोल बढ़ौना, मौना, सतराव सहित लगभग 8 गांवों की दशा खराब है।
जहां हमारे देश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं शिक्षक जगत में व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सरकार से लड़कर अनेक तरह की सुविधा एवं वेतन की बात की जाती है लेकिन
वास्तव में सरकार के द्वारा जो सुविधा ग्रामीणों को बच्चों को एवं गर्भवती महिलाओं को दी जाती है वह सिर्फ कागज के टुकड़े एवं इनके चहेतों के लिए एक अच्छे मुनाफे का जरिया बना हुआ है।
वास्तव में यह लोग अपने घर पर सोए रहते हैं इन्हें तो सिर्फ सरकार द्वारा दिए गए पुष्टाहार व अन्य सुविधाएं लेने के लिए ब्लॉक पर महीने में शायद एक बार जाना होता है लेकिन वास्तव में ग्रामीणों को जो सुविधा मुहैया कराई जाती है उसके बारे में बताना तो दूर की बात है। यह सरकार से मिले पुष्टाहार को बेच खाते हैं।
लेकिन सोचने की बात यह होती है कि शायद इनके प्रशासनिक अधिकारी को यह पता ही नहीं होता यदि पता होता भी है तो हमें ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी हिस्सेदारी उनके टेबल पर भी अवश्य पहुंचती होगी।
यदि ऐसा हि है तो ऐसी दशा में ऐसे लोगों की सेवा को तत्काल समाप्त कर किसी पढ़े-लिखे व्यक्ति को जिम्मेदारी दे देना चाहिए जिससे वह जिम्मेदारियों का निर्वाहन करते हुए सरकार के द्वारा दिए गए योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचा सके और
ग्रामीणों को एक अच्छी दिशा दिखा सके जिससे सरकार के द्वारा दिए गए सुविधा का समुचित लाभ किसी भी व्यक्ति को आसानी से मिल सके और उसके मन से धन उगाही या सरकारी सुविधा मैं हर बात पर पैसा देने का भय समाप्त हो सके।
यह सब तभी संभव है जब अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझें और समय समय से हर ग्राम सभाओं का दौरा करें और दोषी व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई करें अन्यथा एसे नेता और व्यक्ति हमारे देश को खोखला कर देंगे और पढ़े-लिखे बेरोजगारों को यह विश्वास उठ जाएगा।
जब बिना किसी योग्यता के ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सरकार से लड़कर अपना वेतन बढ़ा सकते हैं। और सरकार द्वारा दिए गए योजनाओं को बेच खाते हैं। ऐसी दशा में यह सिद्ध होता है इस सरकार से लड़ेंगे मुफ्त की रोटी तोड़ेंगे जब मेरे संपर्क सूत्र पर यह पता चला कि आंगनबाड़ी का इन गांवों में ताला तक नहीं खुलता है तो हम खबर लेने के लिए 9:50 पर आज देऊवारी गांव में पहुंचा जहां आंगनबाड़ी केंद्र पर ताला लगा मिला।

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