गठबंधन की रैली में अजित सिंह ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी झूठ नही बोलता बल्कि कभी सच ही नही बोलता

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सहारनपुर। देवबंद में रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने रैली की। मायावती ने कहा, “मुस्लिम समाज के लोगों से आग्रह है कि कांग्रेस इस लायक नहीं है कि वह भाजपा को टक्कर दे सके। गठबंधन ही भाजपा को टक्कर दे सकता है।
इस बात का अहसास कांग्रेस को भी है। कांग्रेस यह मानकर चल रही है कि हम जीतें या ना जीतें गठबंधन नहीं जीतना चाहिए। कांग्रेस ने जगह-जगह ऐसे लोगों को उतारा है, जिससे भाजपा के लोगों को फायदा पहुंचे। मुस्लिम समाज आप लोगों को अपना वोट नहीं बांटना चाहिए। बसपा, सपा और लोगों को ही वोट दीजिए।”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ”जैसी भाजपा है, वैसी ही कांग्रेस है। इनकी नीतियां एक जैसी हैं। आप ध्यान रखें कि वोट घटने ना पाए और बंटने ना पाए। कांग्रेस अपनी पार्टी की पैठ बनाना चाहती है। हमारी आपसे अपील है कि आप इस बात का ध्यान रखें।”
इस बार चुनाव में नाटकबाजी और जुमलेबाजी काम नहीं आएगी- मायावती
  • मायावती ने कहा, ”अगर वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी नहीं हुई तो गठबंधन की सरकार बनेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि गठबंधन की रैली में आई भीड़ देखकर पीएम मोदी को ताकत का अंदाजा हो गया होगा। इससे वह और पागल हो जाएंगे। शुरू से ही इनकी योजनाएं गरीब विरोधी रही हैं।”
  • ”जनता इस बार इनको सत्ता से जरूर बाहर करेगी। इस बार चुनाव में कोई भी नाटकबाजी और जुमलेबाजी काम में आने वाली नहीं है। चौकीदारी की नाटकबाजी भी इनको नहीं बचा पाएगी।”
  • ”लोकसभा चुनाव में ये कितने भी ताकत क्यों न लगा लें लेकिन उनको सफलता नहीं मिलने वाली है। देश में गरीबों, मजदूरों और कर्मचारियों, आदिवासियों और अल्पसंख्यक समाज के लोगों को अच्छे दिन दिखाने के वादे किए थे लेकिन उनका अभी तक उनका वादा पूरा नहीं हुआ है।”
  • ”लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही मोदी ने देश में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।”
मोदी अपने पुराने वादों पर बात नहीं करना चाहते- अखिलेश
  • अखिलेश ने कहा, “अगर मोदीजी से पूछो कि पिछले चुनाव में जो वादे किए गए, वे कहां है तो उन वादों पर वह बात नहीं करना चाहते हैं। पहले वो चायवाला बनकर आ गए। जाने कितने लोगों ने भरोसा किया, अच्छे दिन का भरोसा किया, 15 लाख का भरोसा कर लिया और करोड़ों नौकरियों का कर लिया।
  • ”अब चौकीदार बनकर आए हैं और हमारे गठबंधन को मिलावटी कह रहे हैं। उनकी भाषा बदल गई है। ना हिंदी में समझ में आया और ना उर्दू में कुछ समझ में आया। सराब बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। तमाम सपने भूल गए। यह गठबंधन मिलावट का नहीं, यह महापरिवर्तन का गठबंधन है।”
  • रालोद नेता अजीत सिंह ने कहा, मोदी ने वादा किया था, हर एक आदमी की जेब में 15 लाख पहुंचाएंगे। देश का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है? नहीं ये झूठ नहीं बोलता। बल्कि कभी सच नहीं बोलता। हम बच्चे को सिखाते हैं कि सच बोला कर। मोदी के मां-बाप ने उन्हें सच बोलने की सलाह नहीं दी।
  • ”मोदी ने सभी जांच एजेंसी को लाचार कर दिया है। राजनीतिक विरोधियों को सीबीआई से डाराया जा रहा है। भाजपा का इस बार सूपड़ा साफ हो जाएगा। 5 साल में आप सरकार बदल सकते हैं। भाजपा का उप्र में सफाया निश्चित है।”
उत्तरप्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों पर हो रहे आमचुनाव में बसपा- सपा और रालोद पहली बार गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि सपा-बसपा और रालोद के नेताओं ने पश्चिमी उप्र में ध्रुवीकरण से बचने के लिए ही केवल एक ही संयुक्त रैलियों का आयाेजन किया है।
पहले चरण का मतदान
उत्तरप्रदेश में बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, कैराना, मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को मतदान होगा। बागपत से रालोद के जयंत चौधरी, कैराना से सपा की तबस्सुम हसन, मुजफ्फरनगर से रालोद प्रमुख अजित सिंह, सहारनपुर से बसपा के हाजी फजलुर्रहमान, बिजनौर से बसपा के मलूक नागर, मेरठ से बसपा के हाजी मोहम्मद याकूब, गाजियाबाद से सपा के सुरेश बंसल, गौतम बुद्ध नगर से बसपा के सतबीर नागर के प्रत्याशी हैं। पिछले चुनाव में यह सभी सीटें भाजपा ने जीती थीं।

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